एम्स एमबीबीएस की प्रवेश परीक्षा में पटना से प्रश्नपत्र लीक किया गया! आरोप है कि राजस्थान के जयपुर स्थित परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्रों की फोटो खींच कर पटना भेजा गया. फिर पटना से कोचिंग संचालक ने प्रश्नों को हल कर वापस जयपुर भेजा और इस तरह पेपर लीक किया गया. मामले में राजस्थान और बिहार एसटीएफ ने कोचिंग संचालक अरविंद नाथ तिवारी को पटना के एसके पुरी थाना के विवेकानंद मार्ग से गिरफ्तार किया है.
सिटी पोस्ट लाईव ;इस सख्श को ध्यान से देख लीजिये ,पहचान लीजिये .ये बड़ा ही शातिर है.इसकी मदद से अगर अपने अपने बच्चों को डॉक्टर बनाने का सपना देखा तो चले जायेगें जेल.बेटा डॉक्टर की जगह बन जायेगा अपराध .यह बड़ा रैकेटियर है.परचा आउट कराकर बनाता है डॉक्टर . इस बड़े शातिर ठग को पटना पुलिस ने धर दबोचा है. अरविन्द तिवारी नमक ये शातिर देशभर में 28 मई को हुई एम्स प्रवेश परीक्षा में भी धांधली कराने की साजिश रच चूका है.यह व्हाट्स अप के जरिये मेडिकल की परीक्षा में बैठने वाले किसी छात्र को सेट कर प्रशन पत्र की तस्वीर मंगवा लेता था .फिर प्रश्न हल कर उतर व्हाट्स अप के जरिये अपने कोचिंग में पढ़ने वाले छात्रों के बीच सर्कुलेट कर देता था . इसकी खोज में पटना पहुंची जयपुर की पुलिस ने पटना पुलिस की मदद से शनिवार की देर शाम बोरिंग रोड के विवेकानंद मार्ग स्थित एक कोचिंग संस्थान के पास से गिरफ्तार कर लिया.दरअसल जयपुर पुलिस उसकी तलाश में पटना आई थी . जयपुर पुलिस को उसे पकड़ने में यह कामयाबी पटना पुलिस की तत्परता से मिली .
अरविन्द तिवारी कहने के लिए तो पटना में बायोलॉजी की कोचिंग चलाता है. वह नार्थ एसके पुरी के रामकृष्ण पथ के हाउस नंबर 25 में रहता है. दरअसल ,राजस्थान के जयपुर जिले के भांकरोट थानान्तर्गत सिरसी रोड पर बिंदायका स्थित महर्षि अरविंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग केंद्र पर ऑनलाइन एम्स प्रवेश परीक्षा होने वाली थी.एक परीक्षार्थी मोबाइल से स्क्रीन पर प्रश्नपत्र की तस्वीर खींचता सीसी कैमरे में देखा गया. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया. उसकी पहचान उत्तरप्रदेश के देवरिया जिला निवासी अभिषेक कुमार के रूप में हुई. वह चप्पल की सोल में मोबाइल छिपाकर परीक्षा केंद्र तक पहुंचा था.
पुलिस ने अभिषेक का मोबाइल खंगाला तो राज खुला कि उसने स्क्रीन की तस्वीर वाट्सएप के माध्यम से पटना निवासी अरविंद तिवारी को भेजी थी. हालांकि परीक्षा शुरू होने तक प्रश्नों के जवाब छात्रों तक नहीं पहुँच पाए थे . तफ्तीश से मालूम हुआ कि अरविंद बोरिंग रोड के विवेकानंद मार्ग में बायोलॉजी की कोचिंग संस्थान का संचालन करता है. जयपुर के भांकरोटा थाने के थानेदार बृज भूषण ने बताया कि अभिषेक और अरविंद की मुलाकात पटना में ही हुई थी. अभिषेक के मोबाइल में एक वाट्सएप ग्रुप बना था, जिससे कई लोग जुड़े हैं. अंदेशा है कि अरविंद से मिले प्रश्नों के जवाब को अभिषेक ग्रुप में भेज देता, क्योंकि वह ग्रुप उनका लड़कों का है, जो नकल करके दाखिला पाने के इच्छुक थे.