डॉक्टर की पोस्टिंग कराता था क्लर्क, 30 हजार रिश्वत लेते निगरानी की टीम ने दबोचा

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना का संकट काल भी कुछ लोगों के लिए कमाई का सबसे बड़ा जरिया बन गया है.आपदा को कमाई का जरिया बनानेवाला एक अधिकारी आज निगरानी के हत्थे चढ़ गया है. जहानाबाद जिले के सिविल सर्जन के मुख्य लिपिक को निगरानी विभाग की टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ धर दबोचा है. निगरानी विभाग की टीम ने उसे 30 हजार रुपये कैश घुस के रूप में लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. आरोपी  प्रधान लिपिक अनिल कुमार से पूछताछ की जा रही है.

निगरानी विभाग के डीएसपी विमलेन्दु वर्मा के नेतृत्व में यह छापेमारी की गई है. गिरफ्तार आरोपी अनिल कुमार पोस्टिंग कराने के लिए अवैध वसूली कर रहा था. सिकरिया स्वास्थ केन्द्र में पदस्थापित करने को लेकर एक डॉक्टर से वह रुपये वसूल रहा था. इस दौरान उसे पैसे के साथ अरेस्ट कर लिया गया. निगरानी विभाग की टीम ने बताया कि जहानाबाद सिविल सर्जन के प्रधान लिपिक अनिल कुमार के खिलाफ उन्हें शिकायत मिल थी. टीम लगातार उसके ऊपर नजर बनाये हुए थी. जैसे ही आज डॉक्टर उसे पैसा देने पहुंचे, उसके बाद टीम ने 30 हजार रुपये कैश के सतह उसे धार दबोचा. रुपये जब्त कर लिए गए हैं. उससे पूछताछ की जा रही है. किसके बलबूते वह अवैध वसूली कर डॉक्टरों की पोस्टिंग कराता था.

सब गिरफ्तार लिपिक से पूछताछ कर निगरानी विभाग की टीम ये पता करने में जुटी है कि इस लिपिक का किन किन अधिकारियों के गठजोड़ था.किसके ईशारे पर और किसके सहारे वह ट्रान्सफर पोस्टिंग का काम करवाता था. निगरानी खुद तो डॉक्टर की पोस्टिंग कर नहीं सकता था फिर क्या वह सिविल सर्जन से मिलकर यह रैकेट चला रहा था? ईन सवालों के जबाब अभीतक नहीं मिले हैं. पूछताछ जारी है.निगरानी विभाग के सूत्रों के अनुसार और कई बड़े लोगों के चेहरे से नकाब उठ सकता है.

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