सिटी पोस्ट लाइव : महाराजगंज से बीजेपी सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल की सांसद निधि से साइबर अपराधियों द्वारा 89 लाख रुपए निकाले जाने के मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने दो अभियुक्तों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. ईओयू के अनुसार जांच के बाद इस मामले के दो अभियुक्तों विनय कुमार सिंह उर्फ विन्सन सोय उर्फ राजा ओझा उर्फ प्रिंस विलियम उर्फ मो. शहाबुद्दीन और जगजोत सिंह के विरुद्ध सारण के न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया गया है.यह मामला नवंबर 2020 में दर्ज किया गया था. सांसद निधि के खाते से दो क्लोन चेक से 42 लाख और 47 लाख रुपए निकाले जाने के मामले में यह मामला दर्ज कराया गया था.
इस मामले में अप्राथमिकी अभियुक्त वेद प्रकाश उपाध्याय उर्फ संजय प्रकाश उपाध्याय उर्फ प्रेम प्रकाश उपाध्याय, प्राथिमिकी अभियुक्त संदीप मांगी लाल कोठारी, अप्राथिमिकी अभियुक्त गणेश विट्ठल गावडे और श्रवण मल्लया के जांच जारी है. जांच में यह बात सामने आई है कि वेद प्रकाश उपाध्याय इस गिरोह का सरगना और मास्टर माइंड है. इसके कहने पर ही अन्य अभियुक्तों ने फर्जीवाड़ा किया था. संदीप मांगीलाल कोठारी महाराष्ट्र के अहमद नगर का है और इसके खाता में ही पैसे ट्रांसफर किए गए थे. इसके बाद पैसे को निकालने के लिए कोठारी के खाते से पैसों को गणेश विट्ठल के खाते में ट्रांसफर किया गया था.श्रवण ने संदीप कोठारी को अवैध चेक दिया था.
गिरफ्तार अभियुक्त विनय कुमार सिंह और जगजोत ने इस कांड में अपनी संलिपत्ता स्वीकार कर ली है. उसने गिरोह के अन्य सदस्यों का नाम-पता भी ईओयू की एसआईटी को बताया था. ईओयू की जांच में यह बात भी सामने आई है कि इन अभियुक्तों व गिरोह के अन्य सदस्यों का चेक क्लोनिंग के ठगी करने का आपराधिक इतिहास भी रहा है. विनय कुमार सिंह महाराष्ट्र के मरीन ड्राइव थाना में दर्ज एक मामले में जेल की सजा भी काट चुका है. ईओयू ने विनय कुमार सिंह के पास से इस घटना में इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर का सिम एवं अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं. यह मामला सारण के जिला योजना पदाधिकारी विधान चन्द्र राय ने दर्ज कराया था. इसमें संदीप मांगीलाल कोठारी और बैंक ऑफ बड़ौदा के ब्रांच मैनेजर को अभियुक्त बनाया गया था.