सिटी पोस्ट लाईव : खबरिया चैनलों पर आजकल बिहारी पुलिस छाई हुई है. हर चैनल पर रिश्वतखोर पुलिसवाले के कान पकड़ कर उठक बैठक करने का विडियो चल रहा है.लेकिन पुलिस अपनी आदतों से बाज नहीं आ रही .पुलिस वसूली के काम को चोरी चुप्पे नहीं बल्कि इसे सुविधा शुल्क मानकर खुल्लेयम वसूल रही है.बक्सर से एक तस्वीर आई है,जहाँ पुलिस वाले बालू के अवैध खनन व ओवरलोडिंग वाले ट्रकों से दिन के उजाले में भी खुल्लेयम वसूली करते नजर आ रहे हैं.पुलिस व बालू माफिया गठजोड़ की जो गठजोड़ ईन तस्वीरों में दिख रही है, उससे तो यहीं लगता है कि बिहार पुलिस रिश्वत को रिश्वत नहीं सुविधा शुल्क बना चुकी है. जो करना है करिए,लेकिन सुविधा शुल्क दे दीजिये .
बक्सर जिले में खुल्लेयम बालू का अवैध कारोबार चल रहा है. रेत के काले कारोबार में शामिल माफिया के मनोबल इतने बढ़ गए हैं कि दिन के उजाले में पुलिस की आँखों के सामने अवैध खनन कर रहे हैं.ऐसा नहीं है कि खनन और राजस्व विभाग सोया हुआ है.वह ज्यादा सतर्क है.लेकिन अवैध खनन रोकने को लेकर नहीं बल्कि अवैध खनन करनेवालों से वसूली को लेकर . पुलिस दिन के उजाले में सरेआम रुपये लेकर ओवरलोडेड बालू के ट्रकों को छोड़ रही है.बक्सर में यह नजारा आम है. जिन पुलिसवालों को अवैध खनन रोकने के कम में लगाया गया हैं ,वो वसूली में जुटे हुए हैं.
ये वसूली की रकम अल्खों में हो रही है. एनएच पर खड़े और अवैध खनन के बालू ले जा रहे हर ट्रक से पुलिस वाले 12 सौ रुपये वसूल रहे हैं. ट्रक चालकों का कहना है कि खनन विभाग का खौफ दिखाकर ये वसूली की जा रही है.ट्रक चालकों के अनुसार वसूली रकम को अचानक बढाकर 400 रुपये से 12 00 रुपये कर दिया गया है.बक्सर एसपी राकेश कुमार को जब अवगत कराया गया तो उन्होंने कहा कि अवैध बालू लदे ट्रकों को पैसे लेकर छोड़ना गंभीर अपराध है,कारवाई की जायेगी .लेकिन सवाल ये उठता है कि इस अवैध वसूली से जिले का एक एक बच्चा अवगत है फिर पुलिस अनजान कैसे हैं ?