ब्रजेश ठाकुर की पीआइजी मान्यता रद्द, दिल्ली में मिला है पत्रकारों वाला सरकारी बंगला

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सिटी पोस्ट लाइव: मुजफ्फरपुर बालिका गृह सेक्स स्कैंडल के मामले में  ब्रजेश ठाकुर के खिलाफ शुरू हुई कारवाई का सिलसिला जारी है. इस एनजीओ  माफिया  ब्रजेश ठाकुर का शासन तंत्र में कितना गहरा  रसूख था, अब पता चलने लगा है. ब्रजेश ठाकुर को उसके प्रातः कमल अखबार के लिए मिले प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (PIB) की मान्यता रद्द कर दी गई है. बताया जा रहा है कि उसने अलग-अलग नामों से प्रेस संबंधित कई कार्ड बनवा रखे थे. कहीं उसका नाम ब्रजेश, तो कहीं ब्रजेश कुमार अंकित है.

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत आने वाले PIB  के अनुसार  बुधवार को ‘प्रात: कमल’ हिंदी दैनिक के संवाददाता ‘ब्रजेश कुमार’ को जारी कार्ड संख्या 2275 की PIB प्रेस मान्यता सक्षम प्राधिकार की मंजूरी से तत्काल प्रभाव से रद्द करने का फैसला किया गया है.  PIB के अधिकारियों के अनुसार  ‘ब्रजेश कुमार’ को दिल्ली-NCR के एक पॉश इलाके में पीआईबी मान्यता प्राप्त पत्रकार कोटा के तहत एक सरकारी मकान भी मिला हुआ है, जहां उनका दिल्ली कार्यालय है. अब पीआईबी ने सभी मंत्रालयों और संबद्ध विभागों से भी यह कहा है कि कुमार की मान्यता के आधार पर उसे दी गई सारी सुविधाएं वापस ले ली जाए. इनमें स्वास्थ्य सुविधाएं, ठहरने का सरकारी इंतजाम, रेलवे पास और दूसरे फायदें शामिल हैं.

गौरतलब है  कि बिहार सरकार के सूचना एवं जन संपर्क विभाग (IPRD) ने 31 मार्च को कुमार के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज होने के बाद उसकी प्रेस मान्यता रद्द कर दी थी. ब्रजेश और उसके सहकर्मियों ने मान्यता प्राप्त पत्रकारों को प्राप्त सुविधाओं का क्या कभी दुरूपयोग किया है, इस बात की जांच भी शुरू हो चुकी है. बिहार के सूचना और जनसंपर्क विभाग ने मामला दर्ज होने के बाद अखबार का विज्ञापन भी बंद कर दिया था. विभाग के एक अधिकारी ने मीडिया से कहा कि ब्रजेश ठाकुर बीते 25 सालों से मान्यता प्राप्त पत्रकार है.

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