पटना रिमांड होम यौन शोषण मामले को लेकर गरमाई बिहार की सियासत

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सिटी पोस्ट लाइव : पटना के गायघाट स्थित महिला रिमांड होम में रह चुकी एक युवती के सनसनीखेज आरोप के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है. इसी सप्ताह रिमांड होम से फरार एक लड़की ने वहां लड़कियों के यौन शोषण किए जाने नशे का इंजेक्शन देने तथा तरह-तरह से प्रताडि़त करने के लगाया था. युवती ने अपने आरोपों का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल कर हड़कम्‍प मचा दिया. उसके खुलासे से मुजफ्फरपुर शेल्‍टर होम कांड की याद ताजा हो गई है. इस मामले में बिहार के समाज कल्‍याण मंत्री मदन सहनी का कहना है कि प्राथमिक जांच में आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि, समाज कल्‍याण विभाग अपने स्तर से भी जांच करा रहा है. मामले का पटना हाईकोर्ट ने भी स्‍वत: संज्ञान लिया है. दूसरी तरफ मामले में राजनीति भी गरमा गई है. जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो व पूर्व सांसद पप्‍पू यादव तथा लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास के अध्‍यक्ष व सांसद चिराग पासवान ने मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा है.

पटना के गायघाट स्थित रिमांड होम में पहले रह चुकी एक युवती का वीडियो सामने आने के बाद हड़कम्‍प मच गया है. इसके बाद प्रशासन ने अपने स्‍तर पर जांच करा युवती को अस्थिर व झगड़ालू प्रवृत्ति का बताया है. जांच रिपोर्ट के अनुसार झूठ बोलना, अन्य बालिकाओं को उकसाना, गृह के कमियों की शिकायत करना व उन्‍हें धमकी देना उसके स्वभाव में शामिल है. पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने भी कहा कि जांच रिपोर्ट में आरोपों को गलत पाया गया है. बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने बताया कि अभी तक की जांच में रिमांड होम में कोई गलत काम होने की पुष्टि नहीं हुई है.

एलजेपी-रामविलास के सांसद चिराग पासवान ने नीतीश सरकार (Nitish Government) पर निशाना साधते हुए मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड की याद दिलाई है. उन्‍होंने कहा है कि युवती ने शासन-प्रशासन की पोल खोल दी है. वह खुद समाने आकर जानकारी दे रही है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) एक शब्द बोलना जरूरी नहीं समझ रहे हैं. मुख्यमंत्री के नाक के नीचे ऐसी घटना हो रही है. शासन और प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं है, यह कतई संभव नहीं है. ऐसी घटनाओं से बिहार की छवि राष्ट्रीय स्तर पर खराब होती है. जब तक नीतीश कुमार मुख्‍यमंत्री रहेंगे, बिहार में ऐसे अपराध होते रहेंगे. वे इतने कमजोर हो चुके हैं कि उनके वश में कुछ नहीं है.

जन अधिकार पार्टी (JAP) के सुप्रीमो पप्पू यादव ने रिमांड होम संचालक पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उन्‍होंने इसके खिलाफ आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है. पप्‍पू यादव ने मामले में एफआइआर दर्ज करने की मांग की है. यह भी आरोप लगाया कि ऐसी घटनाओं में कई बड़े अधिकारी भी शामिल हैं. पप्‍पू यादव ने इस मामले में कोर्ट जाने की चेतावनी दी है. युवती फिलहाल जिस संस्‍था ‘महिला विकास मंच’ के संरक्षण में है, उसकी अध्यक्ष वीणा मानवी ने उसके हवाले से जानकारी दी है कि उसे नशीली दवाएं दी जाती थीं. जबरन शारीरिक संबंध के लिए मजबूर किया जाता था. इनकार करने पर मारपीट की जाती थी. उनसे रिमांड होम के अधीक्षक पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं. वीणा मानवी के अनुसार उनकी एक जांच टीम युवती के ससुराल भी जाएगी. इस मामले में कोर्ट में भी याचिका दायर की जाएगी.

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