सिटी पोस्ट लाइव : सुशांत सिंह राजपूत की मौत की सीबीआई जांच से शिव सेना के नेताओं की पतलून गीली हो रही है.सीबीआई जांच तक इस मामले को पहुँचाने वाले बिहार के मुख्यंत्री नीतीश कुमार और बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय और सुशांत सिंह राजपूत के पिता के.के. सिंह शिव सेना को बहुत खटक रहे हैं. शिव सेना नेता संजय राउत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय और सुशांत के पिता केके सिंह पर अनाप शनाप आरोप लगा रहे हैं. राउत ने मुख्यमंत्री पर राजनीति करने का तो डीजीपी पर राजनीतिक मोहरा बनने का और सुशांत सिंह के पिता पर दूसरी शादी करने और सुशांत के साथ ख़राब संबंध होने का आरोप लगा रहे हैं.
इस केस को इस मुकाम तक पहुँचाने वाले बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने एक बार फिर से शायरी से संजय राउत को जवाब दे दिया है. उन्होंने लिखा है कि ..सफ़र में मुश्किलें आएँ ,तो जुर्रत और बढ़ती है!
अगर रास्ता कोई रोके, तो हिम्मत और बढ़ती है!!
अगर दुश्मन समझ कर, मुझको कोई गाली देता है!
सच कहूँ उससे मुहब्बत और बढ़ती है!!
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने इससे पहले भी शायरी के जरिए ही शिवसेना नेता संजय राउत को जवाब दिया था. डीडीपी ने लिखा था कि जीवन भर निष्पक्ष रहकर निष्ठा पूर्वक आम जनता की सेवा की है. मुझ पर बहुत तथ्यहीन अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं. जिसका जवाब देना उचित नहीं. हिफ़ाज़त हर किसी की मालिक बहुत खूबी से करता है! हवा भी चलती रहती है, दीया भी जलता रहता है! मुझे जितनी भी गाली दो लेकिन सुशांत को न्याय चाहिए!
गौरतलब हो कि सुशांत सिंह राजपूत की मामले में शिवसेना नेता संजय राउत ने बिहार सरकार, बिहार के राजनेताओं और बिहार के डीजीपी पर कटाक्ष किया था. उन्होंने कहा था कि कुछ लोग पर्दे के पीछे पटकथा लिख रहे हैं. वो सच छुपाना चाहते हैं. राउत ने कहा कि मुंबई पुलिस एक सक्षम बल है और सच्चाई सामने लाने की पूरी कोशिश कर रही है. वह जब 40-50 दिन की जांच के बाद किसी नतीजे पर आ रही है, तब परेशान करने और भ्रम की स्थिति पैदा करने की कोशिश हो रही है.
उन्होंने सवाल उठाया कि इसके पीछे कौन है? बिहार सरकार, बिहार के राजनेताओं और बिहार के डीजीपी का चरित्र देखिए आप. वो सीधे एक पॉलिटिकल पार्टी के कार्यकर्ता लगते हैं. सुशांत सिंह के पिता ने दुसरे शादी की है जिसको एकर सुशांत नाराज थे.इस तरह के उटपटांग आरोप लगाने से शक और भी गहराता जा रहा है.अब तो लोग यहीं मानकर चल रहे हैं कि सुशांत सिंह की मौत में बड़े नेता शामिल हैं और उनको बचाने के लिए शिव सेना हथकंडे अपना रही है.