सिटी पोस्ट लाइव: बिहार के जमुई जिले में कोरोना टेस्ट को लेकर हुए गड़बड़ी के बाद बिहार सरकार एक्शन में आ गयी है. दरअसल, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जमुई जिले के सिविल सर्जन समेत अन्य अधिकारियों को बर्खास्त कर उनपर कार्रवाई की जा रही है. वहीं खबर की माने तो, जमुई जिले के सिविल सर्जन विजयेंद्र सत्यार्थी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुधांशु लाल को सस्पेंड किया गया है.
इसके अलावे भी कई अफसरों पर कार्रवाई की गयी है. बता दें कि, इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह कहा गया था कि पटना, शेखपुरा और जमुई में कोरोना जांच के करीब 588 एंट्री की जांच की गई तो यह पता चला कि सिर्फ डेटा प्रोटोकॉल को पूरा करने के लिए नाम, उम्र और मोबाइल फोन नंबर की पूरी डेटा एंट्री ही फर्जी थी.
बता दें कि, राजद सांसद मनोज झा ने राज्यसभा में कोरोना टेस्ट को लेकर जो धांधली हुई है उस मुद्दे को उठाया और वहीं सभापति ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस मामले की जांच करने का आदेश दिया था. इसके साथ ही इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इस खुलासे को सबके सामने पेश किया था. जिसके बाद यह मामला तूल पकड़ने लगा है.