सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के छपरा जिले के परसागढ़ में एक निजी स्कूल में 9वीं क्लास की छात्रा के साथ हुए अबतक की सबसे बड़े गैंगरेप मामले की जांच करने सोमवार को राज्य महिला आयोग की 2 सदस्य टीम छपरा पहुंची. जांच टीम में शामिल आयोग के अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा और सदस्य नीलम साहनी ने पीड़िता का बयान दर्ज करने के बाद घटनास्थल पर पहुंचकर स्कूल प्रबंधन का पक्ष भी सूना .रिपोर्ट के मुताबिक राज्य महिला आयोग की टीम से पीड़िता ने बताया कि उसके साथ 1 दिन में 18 लोगों ने गैंगरेप को अंजाम दिया था. इस दौरान महिला आयोग की टीम ने घटनास्थल का भी मुआयना किया. आयोग की अध्यक्ष ने मामले में स्थानीय पुलिस को जांच का निर्देश भी दिया है.
गौरतलब है एकमा थाना के परसागढ़ स्थित दीपेश्वर स्कूल की 9वीं क्लास की छात्रा प्रीति (काल्पनिक नाम) ने स्कूल प्रधानाचार्य, दो शिक्षक समेत 15 छात्रों के खिलाफ गैंगरेप मामला दर्ज कराया था. पुलिस आरोपी प्रिसिंपल उदय सिंह समेत चार लोगों को गिरफ्तार भी कर चुकी है.. अब तक मामले में कुल 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है. चार गिरफ्तार लोगों में स्कूल का प्रिंसिंपल, एक टीचर और दो नाबालिग छात्र शामिल हैं.
पीडिता के द्वारा दर्ज कराये गए बयान के अनुसार उसके साथ वर्ष 2017 से गैंगरेप किया जा रहा था. पीड़िता के मुताबिक, स्कूल के तीन छात्रों ने टॉयलेट में उसके साथ रेप करने के बाद उसका वीडियो बना लिया. वीडियो बनाने के बाद छात्रों ने छात्रा को ब्लैकमेल कर दूसरे छात्रों के साथ संबंध बनाने के लिए मजूबर किया. फिर दूसरे छात्र भी उसके साथ रेप करने लगे. पीड़िता ने जब इसकी शिकायत स्कूल प्रबंधन से की, तो स्कूल प्रबंधन ने छात्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. स्कूल प्रबंधन ने स्कूल में हो रहे घिनौने कृत्य को न सिर्फ छिपाया, बल्कि खुद भी छात्रा के साथ रेप करने लगे. पीड़िता को बार-बार स्कूल में ऐसे घिनौने दौर से गुजरना पड़ा. अंततः परेशान होकर छात्रा ने अपने परिजनों को आपबीती बताई, फिर मामला पुलिस के पास पहुंचा.