सिटी पोस्ट लाइव : बिहारशरीफ शहर की दवा दुकानों में नकली दवाओं की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है. जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का आलम यह है, कि दवा दुकान बिना रूकावट के नकली दवा और फिजिशियन सैम्पल की दवा धड़ल्ले से बेच रहे हैं. यहां तक की एक्सपायरी डेट वाली दवा भी बिकने लगी है. इस तरह की दवाएं ग्रामीण क्षेत्र से आए हुए गरीब और लाचार मरीजों के हाथों दवा दुकानदार देकर लूटने का काम कर रहे हैं.
ऐसा ही मामला बिहारशरीफ के अस्पताल चौराहा स्थित प्राकृतिक फार्मा से आंख डालने वाली एक दवा मरीज ने खरीदी थी. दवा डालते ही मरीज के आंख की रोशनी समाप्त हो गई. आनन-फानन में मरीज को अंबेर चौराहा आंख के चिकित्सक के पास इलाज हेतु ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने दवा को नकली बताते हुए ही आंख के रोशनी गायब होने की बात कही. नकली दवा की बात सुनकर परिजन मेडिकल स्टोर दुकानदार के पास शिकायत लेकर गए तो दुकानदार नकली दवा की बात सुनकर और मरीज के साथ हाथापाई भी की.
इस घटना के बाद परिजनों ने बिहार थाना में दुकानदार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. वहीं, इस घटना को लेकर इलाज कर रहे चिकित्सक ने डॉ. अजित कुमार ने बताया कि मेडिकल से खरीदी गई दवा का रंग डार्क था, जबकि आकर रंग बिल्कुल साफ होना चाहिए. ऐसी संभावना व्यक्त की जा सकती है दवाई के कारण भी आंखों की रोशनी जा सकती है. फिलहाल यह मामला भी जांच के बाद ही पूरी तरह से साफ हो पाएगा. इसलिए दवा की जांच कराना अत्यंत जरूरी है. इस संबंध में थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि कागज़ी मोहल्ला निवासी मो. आरिफ नकली दवा की बिक्री और इस दवा का प्रयोग करने से ही गई है. क्योंकि प्रकृति मेडिकल स्टोर अस्पताल चौराहा पर है, और वह इलाका लहेरी थाना में आता है. इसलिए इस मामले को लहेरी थाना में स्थानांतरित कर दिया गया है.पुलिस मामले की जांच अपने स्तर से कर रही है.
नालंदा से मो. महमूद आलम की रिपोर्ट