सिटी पोस्ट लाइव :छपरा में जिस जहरीली शराब ने 40 लोगों की जान ले ली, वह शराब कहीं और से नहीं आई बल्कि थाने में जप्त शराब थी. मसरख थाना में उत्पाद विभाग ने भारी मात्रा में कच्चा स्प्रिट जप्त कर उसे नष्ट करने के लिए रखा था. लेकिन, प्रशासनिक अधिकारी इसे नष्ट करना भूल गए. इस स्प्रीट में से भारी मात्रा में से स्प्रिट गायब है.मिली जानकारी के अनुसार कंटेनर से कई के ढक्कन गायब है जिनमें स्परिट नहीं है. ऐसे में ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि यह शराब थाने से ही गायब हुई है जिससे लोगों की लगातार मौत हो रही है.
मरनेवाले लोगों के परिजनों के अनुसार मशरक बाजार में ही उन्होंने यह शराब खरीदी थी. इस मामले की जांच करने राज्य सरकार के उच्च स्तरीय टीम भी छपरा पहुंच गई है .टीम ने थाने में रखे शराब का जायजा लिया जहां भारी पैमाने पर अनियमितता पाई गई.जब शराब को खुले में रखा गया था जिसमें से कई ड्रम गायब पाए गए.ज्वाइंट कमिश्नर कृष्णा पासवान और डिप्टी सेक्रेटरी उत्पाद विभाग निरंजन कुमार इस मामले की जांच करने मसरख पहुंचे. हालांकि उन्होंने मीडिया से बात नहीं किया. लेकिन सूत्रों से मिली खबर के अनुसार इस थाने के दो चौकीदार शक के दायरे में हैं जिनमें जदु मोड़ इलाके का चौकीदार भी शामिल है जिसे निलंबित कर दिया गया है.
ऐसे में इस मामले में पुलिस कर्मियों की लापरवाही कहें या फिर अपराधिक लापरवाही. लेकिन कहीं ना कहीं यह बड़ी चूक है और इसके बाद सरकार ने सभी थानों में जब्त शराब की जांच शुरू कर दी है. फिलहाल इस पूरी घटना के बाद डीएम और एसपी ने कहा है कि इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.