जहरीली शराब : नवादा में एक और संदिग्ध मौत, मृतकों की संख्या पहुंची 10

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में पिछले दिनों मुजफ्फरपुर में शराब पीने से 2 लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि जब बिहार में शराबबंदी है तो शराब मिल नहीं रही. ऊपर से शराब पीना अपराध है. इसके बावजूद कुछ लोग इधर-उधर कर रहे हैं. जिसके कारण इस तरह की घटना घट रही है. जाहिर है मुजफ्फरपुर की घटना वैसे लोगों को सिख देने वाली थी, कि शराब के नाम पर जहर न पियें. लेकिन पीने वाले कहां सुनते हैं, होली जैसे त्योहार में जब लोग होली खेलते हैं और अच्छे पकवान खाते हैं, तो दूसरी तरफ बेवड़ा बिरादरी शराब पीने में रहते हैं. बुधवार को शराब के चक्कर में 9 लोगों ने अपनी जिन्दगी गंवा दी. इस अप्रिय घटना ने शासन-प्रशासन तक को हिला कर रख दिया.

आज फिर एक संदिग्ध की मौत हो गई. जिसके बाद आंकड़ा दस पहुंच गया है. मृतक के परिजनों ने पॉलिथीन वाली जहरीली शराब पीने से मौत की आशंका जतायी है. हालांकि जिला प्रशासन और पुलिस शराब पीने से मौत से इनकार कर रही है. प्रशासन की ओर से मौत की अलग-अलग वजह बतायी जा रही है. आधिकारिक तौर पर अब तक सात लोगों की मौत की पुष्टि की गयी है. नवादा में हुई दस लोगों की संदिग्ध मौत की जांच को लेकर एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है. इस जांच टीम में डीएम, एसपी व मद्य निषेध अधीक्षक शामिल हैं.

घटना में एक व्यक्ति की आंख की रोशनी चली गयी है, जबकि गोंदापुर के सात लोगों का पटना के कई निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है. कई अन्य प्रभावितों का नवादा व नालंदा जिले के अस्पताल में इलाज कराये जाने की खबर है. इनमें से कई की स्थिति गंभीर बतायी जा रही है. मंगलवार रात गोंदापुर में जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत की चर्चा के बीच दोनों को सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित करने पर परिजन बिना पोस्टमार्टम बॉडी लेकर चले गये. रात में पुलिस द्वारा घटना की पुष्टि नहीं किये जाने के कारण मामले का खुलासा नहीं हो सका. सुबह मौत की संख्या में वृद्धि के बाद प्रशासन हरकत में आया व अधिकारी मौके पर पहुंचे, परंतु तब तक शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका था.

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