झारखंड में अलकायदा का खूंखार आतंकी मौलाना मोहम्मद कलीमुद्दीन गिरफ्तार

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झारखंड में अलकायदा का खूंखार आतंकी मौलाना मोहम्मद कलीमुद्दीन गिरफ्तार
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: आतंकी संगठन अलकायदा के मोस्ट वांटेड आतंकवादी मौलाना मोहम्मद कलीमुद्दीन मुजाहिरी को झारखंड के आतंक निरोधी दस्ता (एटीएस) ने  गिरफ्तार किया है। एटीएस की टीम ने टाटानगर रेलवे स्टेशन के पास से मोस्ट वांटेड आतंकवादी को शनिवार को पकड़ा। गिरफ्तार मोहम्मद कलीमुद्दीन मुजाहिरी पिछले लगभग 3 वर्षों से फरार चल रहा था और लगातार अपना ठिकाना बदल-बदल कर रहा था।
झारखंड में अलकायदा का खूंखार आतंकी मौलाना मोहम्मद कलीमुद्दीन गिरफ्तार
पूर्व में इसकी कुर्की-जब्ती भी की जा चुकी है। गिरफ्तार आतंकी अलकायदा संगठन का सक्रिय सदस्य भी रह चुका है।  एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा और एटीएस की एसपी विजया लक्ष्मी ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि गिरफ्तार आतंकी कलीमुद्दीन का सहयोगी मोहम्मद अब्दुल रहमान अली खान उर्फ हैदर उर्फ मसूद उर्फ कटकी, जीशान हैदर और अब्दुल समी उर्फ उजैर उर्फ हसन वर्तमान में तिहाड़ जेल (दिल्ली) में बंद है। इसके अलावा अहमद मसूद अकरम उर्फ मसूद उर्फ मोनू और राजू उर्फ नसीम अख्तर जमशेदपुर जेल में भी बंद है। गिरफ्तार आतंकी मोहम्मद कलीमुद्दीन मुजाहिरी आतंकवादी कार्यों को अंजाम देने के लिए आसनसोल, कोलकाता, गुजरात, मुंबई, उत्तर प्रदेश के अलावा विदेश में सऊदी अरब, अफ्रीका, बांग्लादेश का कई बार यात्रा कर चुका है। वह  जेहाद और आतंकवादी घटनाओं के लिए युवाओं को तैयार करता था। एटीएस की एसपी विजयालक्ष्मी ने बताया कि मौलाना मोहम्मद कलीमुद्दीन मुजाहिरी प्रतिबंधित आतंकवादी  अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेंट संगठन में रहकर जेहाद एवं आतंकवादी घटना के लिए युवाओं को तैयार करता था। इस पर पूर्व में भी युवाओं को जेहाद के लिए प्रेरित कर संगठन से जोड़ने और देश के बाहर विभिन्न आतंकवादी संगठनों में शामिल कराने के आरोप रहे हैं। युवाओं को पाकिस्तान स्थित जेहाद प्रशिक्षण शिविरमें शामिल होने के लिए भेजा जाता था। अब तक सैकड़ों युवाओं को इन प्रशिक्षण शिविर में आतंकी मौलाना कलीमुद्दीन भेज चुका है।
गिरफ्तारी से झारखंड में चल रही आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगेगीः डीजीपी
झारखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कमल नयन चौबे ने झारखंड के आतंकवाद से संबंधित कांड के मुख्य अभियुक्त मोहम्मद कलीमुद्दीन मुजाहिरी की गिरफ्तारी में शामिल एटीएस की एसपी विजयालक्ष्मी सहित सभी पदाधिकारी और कर्मियों को शुभकामनाएं और बधाई दी है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से मुझे उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी से झारखंड के अंदर चल रही आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगेगी और आतंकवाद पर झारखंड पुलिस की पकड़ मजबूत होगी।

 

बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था अलकायदा आतंकी कलीमुद्दीन

झारखंड की लौहनगरी जमशेदपुर आतंकवादियों की शरणस्थली बनती जा रही है। टाटानगर रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया अलकायदा आतंकवादी मौलाना मोहम्मद कलीमुद्दीन मुजाहिरी जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र के आजादनगर के मोहम्मद फारुख का बेटा है। स्‍लीपर सेल की मदद से वह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। प्रतिबंधित आतंकी संगठन अलकायदा इंडियन के लिए झारखंड में स्लीपर सेल तैयार करने के साथ ही जिहाद के लिए युवाओं को तैयार करना, उसका मुख्य काम था। इससे पहले भी युवाओं को जिहाद के लिए प्रेरित कर आतंकी संगठन से जोड़ने और युवाओं को पाकिस्तान के आतंकी शिविरों में शामिल होने के लिए भेजता रहा है।

आजाद नगर से पकड़ा गया था आतंकी नूर मोहम्मद, अब्दुल सामी भी यहीं का

कोलकाता के अमेरिकन सेंटर पर हमला करने वाला नूर मुहम्मद भी आजाद नगर से ही गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा अलकायदा आतंकी अब्दुल सामी भी यहीं का रहने वाला है। वह धतकीडीह के अब्दुल सतार का बेटा है। आतंकी सामी की गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने हरियाणा के मेवात से की थी। समी ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि जनवरी 2014 में दुबई होते हुए वह पाकिस्तान गया था। करांची में कुछ दिन रुकने के बाद मनसेरा में उसने आतंकी प्रशिक्षण लिया और जनवरी 2015 में भारत आ गया। वह कटक से गिरफ्तार आतंकवादी अब्दुल रहमान उर्फ कटकी के संपर्क में था।

सामी के पाक में ट्रेनिंग का खर्च जमशेदपुर के ही जीशान ने उठाया था

सउदी अरब में बैठकर भारत में आतंकी संगठन ऑपरेट करने के आरोप में जमशेदपुर के रकिबुल हैदर के पुत्र सैय्यद मोहम्मद जीशान को गिरफ्तार कर भारत लाया गया था। मोहम्मद जीशान का नाम ओडि़शा से गिरफ्तार आतंकी मोहम्मद कटकी और दिल्ली के पास से गिरफ्तार आतंकी मोहम्मद सामी से हुई पूछताछ के दौरान आया था। जमशेदपुर पुलिस ने भी कटकी और सामी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। इसमें दो अन्य अज़हर मसूद और नसीम उर्फ राजू को भी गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में पुलिस को पता चला था कि ओडिशा में कटकी द्वारा चलाए जा रहे अलकायदा के शिविर में सामी के भाग लेने और पाकिस्तान जाकर ट्रेनिंग लेने का खर्चा जमशेदपुर के धतकीडीह के मोहम्मद जीशान ने उठाया था। इसके अलावा सामी और कटकी ने पूछताछ में मानगो के मौलाना कलीमुद्दीन और उसके बेटे हुजैफा का भी नाम लिया था। फिलहाल गिरफ्तार आतंकी कलीमुद्दीन का सहयोगी मोहम्मद अब्दुल रहमान अली खान उर्फ हैदर उर्फ मसूद उर्फ कटकी, जीशान हैदर और अब्दुल समी उर्फ उजैर उर्फ हसन दिल्ली की तिहाड़ जेल और अहमद मसूद अकरम उर्फ मसूद उर्फ मोनू और राजू उर्फ नसीम अख्तर जमशेदपुर जेल में बंद है।

एफआईआर में मोहम्मद जीशान का नाम

मोहम्मद जीशान का नाम जमशेदपुर में अलकायदा के खिलाफ दर्ज एफआईआर में है। बेलडीह काली मंदिर के पीछे डस्टबिन में हुए विस्फोट में जीशान का नाम वित्तीय मदद करने में आया था। जांच के बाद एजेंसियों ने एफआईआर दर्ज की थी। इसमें अब्दुल रहमान कटकी, मोहम्मद सामी, मसूद, राजू, कलीम सहित अन्य नाम भी शामिल हैं। अब्दुल रहमान और जीशान से सम्पर्क रखने वाला मौलाना कलीमुद्दीन इस मामले में फरार घोषित है। जीशान की गिरफ्तारी के बाद एटीएस की टीम ने जमशेदपुर में उसके पिता रकिबुल हैदर से पूछताछ की थी। सूत्रों के अनुसार झारखंड एटीएस को जीशान के पिता एसआरआई हैदर ने बताया कि पुणे से पढ़ाई करने के बाद किसी कंपनी में नौकरी होने पर जीशान सउदी अरब चल गया था। इससे ज्यादा वे कुछ नहीं जानते।

 

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