सुपौल से बिष्णु गुप्ता की रिपोर्ट-
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के सुपौल में सरकारी अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही के कारण एक मरीज की मौत हो गई जिस से गुस्साए लोगों ने रविवार को अस्पताल में जमकर हंगामा किया। इसके साथ ही लोगों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते अस्पताल कैंपस सहित सड़क पर आगजनी कर जमकर प्रदर्शन किया। इस के कारण अस्पताल परिसर रविवार को पुलिस छावनी में तब्दील हो गई।
जानकारी के मुताबिक अनुमंडलीय अस्पताल बीरपुर में डॉक्टरों की लापरवाही से 50 वर्षीय राजकिशोर गोठिया की मौत हो गई। लाश को अस्पताल कैंपस में रखकर विरोध प्रदर्शन कर रहे आक्रोशित लोगों ने अस्पताल गेट पर टायर में आग लगाकर कुछ देर के लिए गोल चौक से भीमनगर जाने वाली सड़क को जाम कर दिया। वहीं सूचना मिलने पर वीरपुर के एसडीएम सुभाष कुमार, एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल भी पुलिस जवानों के साथ अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया तथा सुरक्षा के लिए बीरपुर और बलुआ थाने की पुलिस जवानों तथा महिला कांस्टेबल को अस्पताल में छावनी में तब्दील कर दी गई।
एसडीएम सुभाष कुमार ने मृतक 50 वर्षीय राजकिशोर गोठिया के पुत्र मिट्ठू से जानकारी लेकर डीएम से बात की है। एसडीएम ने बताया कि ओपीडी के डॉक्टर अमित कुमार पर लापरवाही का आरोप लगाया गया है| उन्होंने रोगी राजकिशोर गोठिया का बिना ब्लड प्रेशर जांच किया और अस्पताल पंजी में नाम दर्ज किये बिना एक पर्ची पर रोगी को हायर सेंटर रेफर कर दिया। रोगी को इलाज कराने के क्रम में नेपाल ले जाते समय कोसी बराज पर कस्टम कटाने के ही वक्त रोगी की मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही लाश को लेकर परिजन अस्पताल पहुंचे और हंगामा मचाना शुरू कर दिया। हंगामा देख डॉ अमित कुमार फरार हो गए। जबकि स्थिति को बेकाबू देख एसडीएम और एसडीपीओ के साथ पूरा पुलिस महकमा अस्पताल में डेरा डाले हुए हैं।
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