सिटी पोस्ट लाइव : बिहार सरकार का बालिक गृह केवल सेक्स का अड्डा ही नहीं बना दिया गया है बल्कि ये बालिका गृह बच्चियों के कब्रगाह भी बना दिए गए हैं.मुजफ्फरपुर बालिका गृह में एक लड़की की हत्या कर उसके शव को वहीं दफनाये जाने के मामले की सच्चाई जानने के लिए बालिका गृह में जेसीवी से खुदाई का काम चल रहा है. अगर यह गडा मुर्दा बाहर निकल गया होता तो और कई बड़ी कहानियां सामने आ सकती थीं . बालिका गृह का रजिस्टर खंगालने पर पुलिस को ये सुराग मिला है.क्योंकि इस बालिका गृह से केवल एक नहीं बल्कि 6 लड़कियाँ गायब बताई जा रही हैं .इन लड़कियों का कोई सुराग नहीं है और ना ही इनके गायब होने की कोई रिपोर्ट पुलिस थाने में दर्ज है.
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में एक लड़की की लाश खोजने के लिए खुदाई का काम चल रहा है.लेकिन अभीतक लाश का कोई सुराग नहीं मिला है .लाश तो नहीं मिली लेकिन सवाल ये उठता है कि इस बालिका गृह से गायब लड़कियाँ कहाँ गायब हो गई हैं ? खबर के अनुसार जांच के बाद पता चला है कि वर्ष 2013 से 2018 तक 6 लड़कियां बालिका गृह से गायब हैं. उनका कोई सुराग नहीं है. उन गायब लड़कियों के बारे में पुलिस में भी कोई शिकायत दर्ज नहीं है .ऐसे में उन लड़कियों की या तो हत्या हु होगी या फिर ये बेंच दी गई होगीं .इनके भगोड़ा होने की कहानी आसानी से पचनेवाली नहीं क्योंकि पुलिस में ऐसी कोई शिकायत दर्ज नहीं है. बालिका गृह के प्रबंधक ईन लड़कियों को भगोड़ा बताकर अपना पल्ला झाड रहे हैं.
पुलिस ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह में रेपकांड मामले में खुदाई शुरू कर दी है. लड़की की बॉडी को खोजा जा रहा है. मौके पर एसएसपी के साथ तीन पीड़ित लड़कियां भी मौजूद हैं. उन्ही के निशानदेही पर खुदाई का काम चल रहा है. वहीं एसडीओ कुंदन कुमार और मजिस्ट्रेट शिला रानी भी मौजूद हैं. नगर डीएसपी तीनों लड़कियों को लेकर बालिका गृह पहुंच चुके हैं.
मुजफ्फरपुर अल्पावास गृह में खुदाई के लिए पटना से मुजफ्फरपुर बालिका गृह की तीन लड़कियों को निशानदेही के लिए सुबह सुबह मुजफ्फरपुर बालिका गृह लाया गया . ये वही दो लड़कियां हैं जिन्होंने पुलिस को शव को दफनाए जाने का बयान दिया था. दोनों के बयानों के आधार पर पुलिस अल्पावास गृह में जगह को चिन्हित कर खुदाई कर रही है.अगर एक लड़की की लाश मिल जाती है तो बाकी गायब 6 उन लड़कियों को लेकर भी सवाल उठेगा जो बालिका गृह से गायब हैं लेकिन उनका कोई रिकॉर्ड पुलिस के पास नहीं है.अगर लड़कियाँ भागी होतीं तो रिपोर्ट पुलिस में दर्ज होनी चाहिए थी. पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराये जाने का मतलब कि उनके साथ भी अनहोनी हो सकती है.