बक्सर पुलिस ने ऐसे चार लूटेरों को धर दबोचा है जो बड़े घर की लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फांस कर उनके साथ मौज मस्ती करते थे .इन अपराधियों ने पुलिस को बताया कि दो तीन लड़कियों से उनकी दोस्ती है.ये लड़कियाँ वे बड़े परिवार की हैं. लिहाजा उस पर इंप्रेशन जमाने को खुद भी महंगे शौक करने शुरू कर दिए.जब खर्च पूरा नहीं हुआ तो परिवार पर दबाव बनाया.जब परिवार वालों ने पैसे देने बंद कर दिए तो चोरी डकैती का रास्ता अपना लिया.इनके घरवालों ने पुलिस से इन्हें जेल भेंज देने की गुजारिश की है.
सिटी पोस्ट लाईव ;बक्सर पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जिसके सदस्य अपनी गर्लफ्रेंड की लम्बी चौड़ी फरमाइश पूरा करने के लिए लूटपाट करते थे.ये पैसे के जुगाड़ के लिए कैश और बाइक लूटते थे. एसपी के अनुसार ये गर्लफ्रेंड की फरमाइशें पूरा करने के लिए वे लूट की घटना को अंजाम देते थे. गिरफ्तार चारों युवकों ने बताया कि गर्लफ्रेंड पर खर्च करने के लिए उनके पास पैसे नहीं होते थेऔर घर से मिलने वाले जेब खर्च में गर्लफ्रेंड की फरमाइशें पूरी नहीं होती थी.
गिरफ्तार अपराधियों में सुजीत कुमार, राजेश श्रीवास्तव, रोहित कुमार शामिल है. पुलिस के मुताबिक आरोपियों की गिरफ्तारी बक्सर में गैस एजेंसी कर्मी से लूट के बाद हो रहे वाहन जांच के दौरान हुई. जांच के दौरान ये तीनों काले रंग की अपाचे बाइक पर सवार होकर किसी घटना को अंजाम देने जा रहे थे. तभी पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया.जांच पड़ताल शुरू हुई तो सुजीत कुमार के पास से मेड इन यूएसए की एक पिस्टल और दो कारतूस बरामद हुई . जांच में पता चला कि जिस बाइक पर वो जा रहे थे वह भी भी लूट की है.
सबसे ख़ास बात जब ईन लड़कों के परिजनों को बुलाया गया तो उन्होंने इन्हें छुड़ाने की कोशिश करने की बजाय उन्हें जेल भेंज देने की गुजारिश की.सभी लड़कों के मां-बाप से पूछताछ हुई तो दो के माता-पिता ने कहा साहब इन्हें जेल में डाल दें या मार कर फेंक दें इनसे हमारा कोई लेनादेना नहीं.ये आवारा हो गए हैं. गिरफ्तार युवक राजेश के पिता ने पुलिस को बताया कि इसकी आवारागर्दी से तंग आकर पत्नी इसे छोड़ कर मायके चली गयी है. तलाक की नौबत आ गयी है लेकिन, इसमें सुधार नहीं हो रहा है.
अपराधियों ने पुलिस को बताया कि दो तीन लड़कियों से उनकी दोस्ती है.ये लड़कियाँ वे बड़े परिवार की हैं. लिहाजा उस पर इंप्रेशन जमाने को खुद भी महंगे शौक करने शुरू कर दिए.जब खर्च पूरा नहीं हुआ तो परिवार पर दबाव बनाया.जब परिवार वालों ने पैसे देने बंद कर दिए तो चोरी डकैती का रास्ता अपना लिया.