सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अभी नालंदा में जहरीली शराब से 12 लोगों की मौत का मामला शांत नहीं हुआ है कि छपरा यानी सारण जिले में छह लोगों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है. 6 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक अबतक 14 लोगों की मौत हो चुकी है. मृत एक व्यक्ति के स्वजन जहां शराब पीने से मौत का दावा कर रहे हैं, वहीं पुलिस व प्रशासन शराब से मौत की बात को ही नकार रहा है. उसके शव के पोस्टमार्टम का हवाला देकर पुलिस पल्ला झाड़ ले रही है.
मढ़ौरा में दो दिनों के अंदर चार, मकेर में दो और अमनौर में दो लोगों की मौत गुरुवार को होने के बाद मृतकों की संख्या 14 हो गई है. सभी 14 मौतें तीन दिनों के अंदर हुई हैं, जबकि एक व्यक्ति की आंखों की रोशनी भी चली गयी है. पिछले तीन दिनों से संदिग्ध परिस्थिति में हो रही मौतों में से अधिकतर शवों का दाह संकार कर दिया गया है. गुरुवार को डीएम राजेश मीणा ने प्रेस कांफ्रेंस के जरिए कहा कि घटना में शराब से मौत से भी इंकार नहीं किया जा सकता है. जिन लोगों की मौत हुई है उनके परिजन अब घर से शराब की बोतले दिखा रहे हैं जिसे पीकर उनके परिजनों की मौत हुई है.
बताया जाता है कि मंगलवार से शुरू हुआ मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. जाहिर है पिछले दिनों नालंदा में जहरीली शराब से 12 लोगों की मौत हो गई थी. जिसकी जांच अब भी जारी है. लेकिन छपरा से फिर से जहरीली शराब का मामला कहीं न कहीं प्रशासन और सरकार की नींद उड़ाने के लिए काफी है.