सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में पुलिसकर्मी बालू के अवैध खनन व ढुलाई में भागीदार बन गये हैं. बालू माफियाओं से उनकी मिलीभगत जगजाहिर है. अब खबर आ रही है कि बालू माफियाओं से गठजोड़ करनेवाले राज्य के पांच जिलों के 11 थानेदारों और सात सब इंस्पेक्टर का तबादला कर दिया गया है. इन सभी के क्षेत्र में या तो बालू का अवैध खनन हो रहा था. पटना, भोजपुर, सारण, औरंगाबाद और रोहतास में यह कार्रवाई की गई है. हालांकि पुलिस मुख्यालय ने तबादले का कारण प्रशासनिक बताया है. बदले गए अफसरों का जिला और रेंज बदल दिया गया है.
अरविंद कुमार को औरंगाबाद से बेगूसराय, दयानंद सिंह को सारण से भागलपुर, सुनील कुमार पटना से सहरसा, अवधेश झा पटना से पूर्णिया भेजे गए. 14 एसआई को भी हटा दिया गया है.SI संजय प्रसाद को सारण से मुंगेर, रहमतुल्लाह को भोजपुर से पूर्णिया, बिजेंद्र सिंह को भोजपुर से सहरसा, कृपा शंकर साह को भोजपुर से मुजफ्फरपुर, कुंवर गुप्ता को भोजपुर से बेगूसराय, दीपनारायण सिंह को भोजपुर से बेगूसराय, आनंद सिंह को भोजपुर से तिरहुत, सतीश सिंह को पटना से बेतिया, पंकज कुमार को भोजपुर से भागलपुर, राजेश चौधरी को रोहतास से सहरसा, दिनेश दास को सारण से दरभंगा, राज कुमार को औरंगाबाद से दरभंगा, अशोक कुमार को सारण से मुंगेर और रामपुकार राम का सारण से बेतिया भेंज गया है.
पटना में पालीगंज, रानीतालाब और बिहटा के थानेदार हटाए गए हैं. इन तीनों जगहों पर सोन के बालू के प्रमुख घाट हैं। यहां दिन-रात बालू के अवैध खनन का काम चलता है. भोजपुर जिला में कोईलवर, चांदी, संदेश और अजीमाबाद के थानेदार को हटा दिया गया है. इन इलाकों में भी सोन के बालू का अवैध खनन होता है.पटना पुलिस के थानेदारों का शराब और बालू माफियाओं से पुराना कनेक्शन रहा है. पिछले दो तीन साल में ऐसे आधा दर्जन थानेदार निलंबित किये जा चुके हैं. बुद्धा कॉलोनी के थानेदार कैसर आलम को शराब माफिया से मिलीभगत के आरोप में निलंबित किया जा चूका है. आधा दर्जन और भी थानेदारों के खिलाफ जांच चल रही है जिनका तार शराब माफियाओं से जुड़ने की बात कही जा रही है.
इसी साल फरवरी में कदमकुआं के तत्कालीन थानेदार निशिकांत निशि को शराब माफिया से तार जुड़ने पर आईजी संजय सिंह ने निलंबित कर दिया था. इसी साल बाइपास थाना इलाके में एक गोदाम में बिहार की सबसे बड़ी दो करोड़ की शराब की खेप पकड़े जाने पर उस थाना के तत्कालीन थानेदार मुकेश पासवान को पुलिस मुख्यालय ने निलंबित कर दिया था. दो साल पहले बेउर में शराब माफिया को छोड़नेवाले तत्कालीन थानेदार समेत पूरा थाना में तैनात सभी एसआई, एएसआई, सिपाही और मुंशी तक को निलंबित कर दिया गया था. जक्कनपुर थाना इलाके में एक अस्पताल में छापेमारी में शराब पार्टी चलने पर तत्कालीन आईजी नैयर हसनैन खान ने तत्कालीन थानेदार एके झा समेत पूरे थाने के पुलिसकर्मियों को एक जहतके में बदल दिया था.