सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के एक सीनियर IPS अधिकारी यौवन शोषण के मामले में फंस गये हैं. सीनियर आईपीएस अधिकारी रेल डीआईजी और एससीआरबी राजीव रंजन के खिलाफ झारखण्ड की एक महिला ने यौवन शोषण का आरोप लगाया था.सीएम नीतीश कुमार के निर्देश पर सीआईडी ने इस मामले की जांच की.अब सीआईडी ने अपनी जांच पूरी कर ली है और जांच में डीआईजी के खिलाफ यौन शोषण के आरोप को सही पाया गया है, ऐसे में अब रेल डीआईजी पूरी तरह आरोपो में जकड़ते नजर आ रहे हैं.
सीआईडी ने 400 पेज की अपनी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंपी है.इस रिपोर्ट में आईपीएस अधिकारी के आचरण को संदिग्ध माना गया है. उनको पद के दुरुपयोग करने का दोषी पाया गया है. अब रेल डीआईजी के खिलाफ अपर मुख्य सचिव गृह द्वारा कार्रवाई करने को लेकर फैसला लिया जाना है. बताया जा रहा है कि जांच रिपोर्ट के बाद रेल डीआईजी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए जा सकते हैं.
2018 में फेसबुक के माध्यम से आईपीएस राजीव रंजन की दोस्ती हैदराबाद में रह रही झारखंड की एक महिला से हुई थी. धीरे-धीरे यह दोस्ती लगतार गहरी होती चली गई. इस मामले में महिला ने आरोप लगाया है कि अप्रैल 2018 में नेशनल पुलिस एकेडमी की कार से वह वनस्थलीपुरम थाना क्षेत्र स्थित उनके घर पहुंच गए और अकेला पाकर उनका यौन शोषण किया. इसके बाद यह सिलसिला जारी रहा. महिला का आरोप है कि जब मैंने इस रिश्ते को खत्म करने की कोशिश की तो उन्होंने अपने पद का रौब गांठना शुरू कर दिया और धमकी देने पर उतर आये.
पीड़िता ने आरोप लगाया था कि अपने पद का दुरुपयोग करते हुए डीआईजी ने पहले धमकी दी फिर छोटे भाई के ससुर के माध्यम से पटना के अगमकुआं थाने में 19 जुलाई 2018 को महिला और उसके पति के खिलाफ आईटी एक्ट और रंगदारी का केस दर्ज करा दिया. महिला का आरोप है कि इस दौरान थाना और दूसरे पुलिस अफसर, जेल के अधिकारी और अन्य लोग कानून के हर नियम को तोड़ते नजर आये. पीड़िता ने राजीव रंजन और उसके मददगारों के खिलाफ बेटे को अगवा करने, पति को झूठे केस में फंसाने और टॉर्चर करने को लेकर डीजीपी कार्यालय में भी शिकायत की थी.