दो मासूम बेटे पर टूट पड़ा आफत, छीन गया मां का आंचल, बच्चे को छोड़ प्रेमी ट्रक चालक के साथ रचाई शादी, बेटे को रखने से भी महिला का इंकार
सुपौल से बिष्णु गुप्ता की रिपोर्ट
सिटी पोस्ट लाइव : आपने अपने जीवन में कई कहावत सुनी होगी, जैसे प्यार अंधा होता है, प्यार और जंग में सब जायज है. ये कहावतें समय के साथ सत्य होती रहती है. लेकिन माता कुमाता नहीं होती है, ये असत्य साबित हो गया है. दरअसल सुपौल जिले के सीमावर्ती भीमनगर वार्ड 10 निवासी शिव कुमार चौधरी की पत्नी बबिता चौधरी ने इस कहावत को ठीक उल्टा चरितार्थ कर दिखाया है. जिसने प्यार में पड़कर पहले तो अपने पति को छोड़ा फिर अपने बच्चों को भी छोड़ दिया. मां की इस हरकत से दोनों मासूम बेटे पर आफत का पहाड़ टूट पड़ा है. बताया जाता है कि बबिता की शादी 7 साल 11 महीना पहले 23 जून 2010 को हिन्दू रीति रिवाज के साथ बड़े ही धूम धाम से पंचायत के लोग अर्थात समाज की देख रेख में संपन्न हुई थी. शादी के बाद उसे पुत्र रत्न के रुप में दो बच्चे क्रमशः 5 वर्षीय रिसव कुमार और 2 वर्षीय आयुष कुमार भी हुए. लेकिन उन मासूम बच्चों को क्या पता कि उसकी मां उसे छोड़ किसी अन्य लोगों के साथ भाग कर घर बसा लेगी और दोनों मासूम मां की ममता और प्यार के बगैर पिता के सहारे जीने को मजबूर हो जायेंगे.प्रेमी के साथ फरार होने वाली बबिता चौधरी के पति शिव कुमार चौधरी का कहना है कि आखिर इस बच्चे का क्या कसूर था, जो अपने प्रेमी के साथ भाग निकली. मैं नापसंद था वह मुझे बोलती मैं छोड़ देता या तलाक दे देता, लेकिन इन बच्चे का क्या कसूर था, अब तो दोनों मासूम के सिर से मां का साया भी खत्म हो गया. मुझे ही किसी तरह बच्चे को मां बनकर पालना पड़ेगा. बच्चे अपनी मां की तस्वीर को देख-देख कर किसी तरह छोटे भाई को समझा-बुझाकर खिलाने की कोशिश करते हैं. मां के चले जाने के बाद बच्चे की देखरेख पिता और दादा दादी कर रहे हैं. लेकिन मां तो मां होती है, आगे क्या होगा, यह कहना बड़ा मुश्किल होगा.बता दें कि बबिता चौधरी के प्रेमी बिक्की कुमार ने बताया कि हम पिछले छह-सात महीने से जोगबनी के रास्ते सीमावर्ती भीमनगर आया करते थे. कस्टम पास होने के क्रम में काफी वक्त लगता था. इसी बीच हम अपना ट्रक बबिता की दुकान के सामने लगा दिया करते थे. राशन लेने के क्रम में बबीता से मुझे प्यार हो गया और प्यार फोन पर इतना बढ़ गया, जो मुझसे शादी करने के लिए अपने घर से निकल आई और हम दोनों ने मंदिर में शादी रचा ली. बबिता चौधरी अर्थात उन दो मासूम की मां बबिता कहती है कि मेरे साथ हमेशा मारपीट मेरा पति किया करता था, जिसको लेकर पति के साथ अपने दो बच्चों को भी छोड़ कर निकल भागी और अपने प्रेमी बिक्की के साथ शादी कर ली हूँ, अब मेरा जीवनसाथी बिक्की है.इधर, सीमावर्ती ओपी भीमनगर ओपी के प्रभारी मिथिलेश कुमार ने बताया कि मामला प्रेम प्रसंग का है, शिव कुमार चौधरी के द्वारा पत्नी बबिता चौधरी के गुमसुदगी का मामला दर्ज करवाया गया था. जिसको लेकर वैज्ञानिक अनुसंधान पर इसे पटना जिले के बिहटा गांव बाजीतपुर मोबाइल ट्रेक कर पकड़ा गया है.पति से प्रताड़ित बबीता चौधरी इतनी आहत थी कि उसने अपने दो मासूम बच्चों को छोड़कर प्रेमी संग रहने का निर्णय ले लिया है. आगे भी वह प्रेमी के साथ ही अपना जीवन गुजर गुजर बसर करना चाहती है. परंतु सवाल उठता है कि इन दो मासूम बच्चों को मां के बिना पिता और दादा कहां तक पालने में सक्षम होंगे.
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