बेटे की हत्या की सुपारी :एक माता के कुमाता बनने की कहानी ,जानिये उसी की ज़ुबानी
सिटीपोस्टलाईव:कहते हैं माता कभी कुमाता नहीं होती .लेकिन जब खुद माता अपने बेटे की हत्या की सुपारी दे दे तो इसे आप क्या कहेगें?माता भी कलयुग में कुमाता हो सकती है.पटना पुलिस ने शुक्रवार को बख्तियारपुर मिंटू हत्याकांड का जो सनसनीखेज खुलासा किया है उसके अनुसार मिंटू की हत्या उसकी मां ने ही सुपारी देकर करवा दी थी.आरोपित मां रेणु देवी और सुपारी लेकर हत्या करने वाले धर्मवीर अब पुलिस गिरफ्त में हैं.
एक माता कुमाता क्यों और कैसे बनी ? अपने बेटे मिंटू की हत्या की सुपारी देनेवाली रेणु ने बताया कि दुष्कर्म कांड में जेल में बंद उसका बेटा मिंटू राम जेल से छूटने के बाद सरेआम चाकूबाजी , लोगों से लूटपाट एवं महिलाओं से छेड़छाड़ करने लगा था. बेटे की हरकतों से तंग आकर उसने धर्मवीर को 40 हजार रुपये में हत्या की सुपारी दे दी.
गौरतलब है कि बख्तियारपुर थाना पुलिस ने सात मई को आकाश होटल के बगल में टाल क्षेत्र से मिंटू का शव बरामद किया था. उसके मुंह के अंदर पिस्टल घुसाकर गोली मारी गई थी. शव की शिनाख्त खुसरूपुर थाना क्षेत्र के घुसकीपर निवासी मिंटू के रूप में हुई थी.जानकारी मिलने पर पुलिस कप्तान मनु महाराज ने एक विशेष टीम गठित कर मामले की जांच शुरू करवा दी थी.इस हत्याकांड में शामिल दो अपराधी धर्मवीर और श्रवण जैसे ही पकडे गए एक माता के कुमाता बनने की कहानी सामने आ गई.
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