सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में कोरोना संक्रमण को लेकर लगातार टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. गांव-गांव और घर-घर घूमकर लोगों को टीका लगाया जा रहा है. लेकिन अब भी कई ऐसे गांव है और कई ऐसे लोग हैं जिनके मन में भ्रम की स्थति बनी हुई है. जागरूकता अभियान के बावजूद लोग ये सोंचते हैं कि टीका लगाने से उनकी मौत हो जाएगी. ऐसे में टीकाकरण में शामिल लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है. ताजा मामला मुजफ्फरपुर के बोचहां से सामने आया है.
जहां कोरोना टीकाकरण महाअभियान में 654 रिफ्यूजल सहित 2040 को टीका लगा. इस क्रम में डॉक्टरों की टीम ने प्रखंड विकास पदाधिकारी सुभद्रा कुमारी की मौजूदगी में किसी को छत पर पकड़कर टीका लगाया तो कोई घर छोड़कर ही भाग खड़ा हुआ. करणपुर दक्षिणी के वार्ड संख्या 3 में गुरुवार को टीम को टीकाकरण करने में लोहे के चने चबाने पड़े. कईयों को तो मन मनौव्वल करना पड़ा यही नहीं एक शख्स को तो छत पर पकड़कर टीका लगाया गया.
लेकिन एक शख्स ऐसा मिला जिसने ये कहकर टीका लेने से इनकार कर दिया कि उसकी पत्नी को टीबी है. उन्हें समझाया गया और टीका लगाया गया. वहीं एक परिवार ने पहले तो आंगनवाड़ी , विकास मित्र व एएनएम को बैरंग लौटा दिया. इसके बाद जब बीडीओ सुभद्रा कुमारी मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की टीम लेकर पहुंची तो वह घर छोड़कर भाग गया. एक परिवार ने लाख लाख कोशिश के बावजूद टीका नहीं लगवाया. जिसके बाद बीडीओ ने डीलर बुलवाकर सभी का राशन बंद करने का निर्देश दिया.