NMCH में पीजी डॉक्टरों ने किया कार्य बहिष्कार, कर रहे हैं सुरक्षा की मांग.

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सिटी पोस्ट लाइव : पटना के  NMCH में बुधवार की दोपहर से  पीजी डॉक्टरों  ने कार्य बहिष्कार कर दिया है. बुधवार की सुबह एक मरीज की मौत के बाद मरीजों के परिजनों के द्वारा हंगामा किये जाने से नाराज पीजी डॉक्‍टरों ने काम बंद कर देने का फैसला लिया है. बताया जा रहा है कि मरीज की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों को पीटने के लिए दौड़ा दिया और स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों के साथ मारपीट भी की थी.

मरीज के परिजाओं के हंगामा के दौरान कुछ देर के लिए ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति भी ठप कर दी गई थी. हालांकि, उसे तुरंत चालू किया गया. पीजी डॉक्‍टर समुचित सुरक्षा और इलाज के लिए आवश्यक संसाधनों की मांग कर रहे हैं.गौरतलब है कि सात दिनों में यह तीसरी बार है कि एनएमसीएच के पीजी डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार किया है. वे लगातार सुरक्षा की मांग उठा रहे हैं, लेकिन इसका निदान अब तक नहीं निकला है.

जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष रामचंद्र का कहना है कि तमाम घोषणाओं और आश्वासनों के बावजूद एनएमसीएच की स्थिति नहीं सुधर पा रही है. उन्होंने अस्पताल में पारा मिलिट्री फोर्स तैनात करने, डॉक्टरों की कमी को दूर करने, जूनियर रेजिडेंट व नर्सों की बहाली तथा वार्ड ब्‍वॉय की संख्या बढ़ाने की मांग की है. अध्यक्ष ने कहा कि जब तक स्वास्थ्य मंत्री एवं प्रधान सचिव अस्पताल आकर व्यवस्था सुनिश्चित नहीं करेंगे, तब तक पीजी डॉक्‍टर काम पर नहीं लौटेंगे.

गौरतलब है कि अस्पताल में लगभग 150 पीजी डॉक्टर हैं. पांच सौ बेड वाले इस कोविड अस्पताल में लगभग 370 मरीज भर्ती हैं. इनमें से अधिकांश ऑक्सीजन पर हैं. ऐसे में जूनियर डॉक्टर्स के हड़ताल पर चले जाने से कोरोना मरीजों के परिजनों के बीच हड़कंप मच गया है. पीजी डॉक्टर्स का  कार्य बहिष्कार अगर आगे भी जारी रहा तो गंभीर संकट पैदा हो जाएगा.

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