सिटी पोस्ट लाइव, खूंटी: खूंटी जिले में लगातार कोरोना संक्रमण के खौफ के कारण इन दिनों अस्पतालों में मरीजों की संख्या में काफी कमी आ रही है। लोग इलाज के लिए अस्पताल जाने से कतरा रहे है। साधारण बीमरियों की बात तो दूर, कारोना संक्रमित व्यक्ति भी अस्पताल के बदले अपने घर में ही इलाज कराने को बेहतर मान रहे हैं। इसके कारण अस्पतालों में भर्ती होने वाली मरीजों की संख्या काफी कम हो गयी है। इधर, कोरोना संक्रमण को बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। स्वास्थ्य विभाग लगातार मरीजों की सुविधा के लिए पूरी तैयारी में जुटा है।
सिविल सर्जन डाॅ प्रभात कुमार ने कहा कि ग्रामीण इलाकों की तुलना में खूंटी शहरी इलाके में कोविड.19 के मामले अधिक बढ़े हैं। इसका कारण शहर में जनसंख्या का अधिक घनत्व का होना और व्यापारिक व प्रश्शसनिक कार्यों का केंद्र होना है। इसके साथ ही सैकड़ों लोग रोज रांची से आना जाना करते हैं। इससे भी कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।
सिविल सर्जन ने बताया कि शहर के लोगों के साथ कोरोना के बढ़ते मामलों पर नियंत्रण रखने के लिए उपायुक्त ने नगर पंचायत क्षेत्र के सभी वार्ड पार्षदों के साथ बैठक की है, जिसमें सभी वार्ड में वैक्सीनेशन की व्यवस्था करने और सफाई का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल की तुलना में कोविड.19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लेकिन अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने की संख्या में कमी आई है। लोग अपने ही घरों में कोरोना का इलाज करा रहे हैं।
30 बेड कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित
सिविल सर्जन ने बताया कि वर्तमान में तीन मरीजों को वेंटिलेशन पर रखा गया है और उन्हें ऑक्सीजन की सुविधा दी जा रही है। सदर अस्पताल के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विभाग में 30 बेड कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित रखे गये हैं, वहीं एरेंडा में 200 बेड का अस्पताल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि खूंटी जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग हर स्थिति से निबटने को तैयार है। सिविल सर्जन ने बताया कि सदर अस्पताल में कोविड.19 के लिए 30 ऑक्सीजन सिलेंडर मौजूद हैं। इसके लिए 10 कंसल्टेंट की तैनाती की गई है।