सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढती जा रही है. पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना मरोजों की संख्या दोगुनी हो गई है. जिसके बाद अब सरकार भी हरकत में आ गई है. राजधानी पटना के भी छह क्वारंटीन सेंटर्स को फिर से चालू कराया गया है ताकि अगर कोरोना का मामला बढ़ता है तो कोरोना के मरीजों को यहां भर्ती कराया जा सके. पटना में जहां पाटलिपुत्र अशोक होटल को सेंटर बनाया गया है वहीं कुल छह क्वारंटाइन सेंटर दोबारा शुरू कर दिए गए हैं, इनमें से दो राजधानी क्षेत्र और बाकी चार ग्रामीण इलाकों में है.
बता दें राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के तौर पर जांच में तेजी ला दी ही. यही कारण है कि पिछले 24 घन्टे में कुल 40 हजार 592 सैम्पल की जांच हुई है. बिहार के सभी जिलों में स्वास्थ्य कर्मियों को अलर्ट पर रखा गया है और नए नियमों के तहत बिना मास्क के अस्पतालों में प्रवेश नहीं मिलेगा. पटना में सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने इसको लेकर निर्देश भी जारी कर दिया है जिसके बाद पीएमसीएच, एनएमसीएच समेत सभी अस्पतालों में नियम लागू कर दिए गए हैं. इस आदेश के बाद से जहां सुरक्षाकर्मी से लेकर अस्पताल प्रशासन की लोगों पर नजर रहेगी तो वहीं सीसीटीवी कैमरे से भी सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पर निगरानी रखी जाएगी और मास्क नहीं लगाने पर उपद्रवी करार दिया जाएगा.
जाहिर है होली का समय है, ऐसे में लाखों की संख्या में दूसरे राज्यों में रहने वाले लोग अपने घर आ रहे हैं. कौन कोरोना पॉजिटिव है और कौन निगेटिव ये समझ पाना मुश्किल है. यही वजह है कि सरकार ने अब महाराष्ट्र, पंजाब व केरल से आने वालों के लिए बिहार में कोरोना निगेटिव प्रमाणपत्र जरूरी होगा. सोमवार को मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में ये लिया गया. यही नहीं सार्वजनिक स्थानों पर होली मिलन समारोहों पर रोक रहेगी. घरों में होली मिलन लोग कर सकते हैं.