सिटी पोस्ट लाइव, रांची: राज्य सरकार की ओर से छठ महापर्व को लेकर गाइडलाइन जारी कर व्रतियों को घरों में ही अर्घ्य देने और पूजा करने के निर्देश दिये गये। विभिन्न राजनीतिक दल और सामाजिक संगठनों ने गाइडलाइन में ढील देने की मांग की गयी है। सरकार के दिशा निर्देश के बाद बाजार में बाथ टब की मांग बढ़ गई है। कोरोना संकट में लोक आस्था के इस महान पर्व में भी लोगों ने इस चुनौती को अवसर में तब्दील करने का मन बना लिया है। छठ व्रत में इस बार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए व्रती घरों में ही भगवान सूर्य को अर्घ्य देने का मन बना चुके हैं। व्रतियों ने जलाशय के विकल्प के रूप में बाथ टब का इस्तेमाल करने का एक अनूठा प्रयास कर रहे हैं।
व्रतियों का कहना है कि आस्था के पर्व पर स्वास्थ्य का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। इस वजह से वह सार्वजनिक जलाशयों की जगह घरों में ही पानी से भरे टब में खड़े होकर भगवान सूर्य को अर्घ्य देंगे। इसके चलते बाजार में बाथ टब की मांग बढ़ गई है। स्थानीय दुकानदारों का मानना है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार बाथ टब की डिमांड काफी अधिक है। मात्र छह सौ रुपये से लेकर ढाई हजार रुपये तक के टब बाजार में उपलब्ध है। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लोग सतर्कता बरत रहे और भीड़ वाले स्थान में अर्घ्य देने की बजाय अपने घर-आंगन में ही अर्घ्य अर्पित करने की तैयारी कर रहे हैं।