सिटी पोस्ट लाइव: कोरोना महामारी जैसे संकट के बीच एम्बुलेंस का घोटाला कर भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी अब बुरी तरह से घिर गए हैं. वहीं, इस मामले में अब पूर्व IPS अमिताभ दास ने एंट्री मार ली है. इसके साथ ही एक पत्र जारी करते हुए बिहार के डीजीपी से राजीव प्रताप रूडी की गिरफ्तारी की मांग कर दी है. उन्होंने उस लेटर के जरिये एम्बुलेंस का घोटाला करने को लेकर राजीव प्रताप रूडी की गिरफ्तारी की मांग की है साथ ही कहा कि, अगर उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे कोर्ट तक जायेंगे.
लेटर में लिखा गया कि, भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी के ठिकानों से छिपा कर रखे गए दर्जनों एम्बुलेंस बरामद किये गए हैं. कोरोना महामारी से समूचे भारतवर्ष को शमशान बना डाला है. ऐसे में एक जनप्रतिनिधि द्वारा एक एम्बुलेंस छिपा कर रखना “नरसंहार” के बराबर है. राजीव प्रताप रूडी के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत तुरंत मामला दर्ज किया जाये. साथ ही उन्होंने यह भी लिखा कि, राजीव प्रताप रूडी एक केंद्रीय मंत्री के रूप में 1 जनवरी 2004 को गोवा के होटल ताज में नई ईयर पार्टी की और बिना बिल चुकाए ही भाग खड़ा हुए. बाद में पोल खुलने पर बिल चुकाया.
साथ ही मांग की कि महामारी अधिनियम के तहत राजीव प्रताप रूडी पर मुकदमा दर्ज की जाये अन्यथा वे अदालत जायेंगे. बता दें कि, पप्पू यादव ने सिवान के अमनौर में विश्वप्रभा सामुदायिक अस्पताल में खड़े 30 एंबुलेंस को देखकर सिस्टम पर सवाल खड़े किए. साथ ही भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी पर एम्बुलेंस घोटाला करने का आरोप लगाया गया. इतना ही नहीं महिला संगठन “ऐपवा” के जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने भी देशद्रोह समेत कोविड आपदा उल्लंघन एक्ट का मुकदमा दर्ज कर राजीव प्रताप रूडी को जेल में बंद करने की मांग की है.