सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड में कोविड-19 टीकाकरण अभियान के लिए 99.89 लाख लोग चिह्नित किये गये है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने गुरूवार को कोविड-19 टीकाकरण एवं शीत श्रृंखला प्रबंधन की चल रही तैयारियों की अधिकारियों के साथ समीक्षा की । स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि 8 जनवरी को राज्य के सभी जिलों में कोविड-19 टीकाकरण को लेकर ड्राई रन का आयोजन किया जाएगा । इससे पहले भी राज्य के 6 जिलों के 375 वोलेंटियर्स को चिन्हित कर कोरोना टीकाकरण का सफल ड्राई रन किया जा चुका है । स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि कोरोना टीकाकरण एवं शीत श्रृंखला प्रबंधन को लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय संचालन समिति और जिलों में उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला स्तरीय संचालन समिति का गठन किया गया है ।इसके अलावा सभी उपायुक्त के माध्यम से गोल्ड चेन प्वाइंट्स के निरीक्षण का कार्य अंतिम चरणों में है ।
झारखंड में कोरोना टीकाकरण अभियान को लेकर प्रायोरिटी तय कर ली गई है । इसके तहत सबसे पहले लगभग 1.5 लाख हेल्थ केयर वर्कर्स का कोरोना टीकाकरण होगा । इसमें आंगनबाड़ी सेविकाएं भी शामिल होंगी । इसके बाद राज्य और केंद्र सरकार के पुलिस जवानों, सशस्त्र बल, होमगार्ड, जेल कर्मचारी, आपदा प्रबंधन समन्वयक , नागरिक सुरक्षा संगठन, नगरपालिका कर्मी और राजस्व अधिकारियों के रूप में कार्य कर रहे फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा । इसके लिए लगभग दो लाख लाभार्थियों को चिन्हित किया गया है । इसके बाद 50 साल से ज्यादा उम्र के लगभग 62.97 लाख लोगों तथा 50 साल से ज्यादा उम्र वाले वैसे लोग जो मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर औऱ फेफड़े के रोग से ग्रसित हैं, उन्हें टीकाकरण अभियान में शामिल किया जाएगा । इसकी अनुमानित संख्या लगभग लगभग 33.42 लाख है ।
275 वैक्सीन भंडार बनाए गए हैं
पूरे राज्य में 275 वैक्सीन भंडार बनाए गए हैं । इसमें राज्य स्तर पर एक और दो क्षेत्रीय वैक्सिन भंडार हैं । इसके अलावा सभी 24 जिलों में 1-1 और 248 सामूहिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में वैक्सिंग भंडार बनाए गए है ।इसके अलावा वैक्सीनेटर को प्रशिक्षण देने का कार्य लगातार जारी है ।
लाभार्थियों को दिया जाएगा डिजिटल टीकाकरण प्रमाण पत्र
कोरोना का टीका लेने वाले लाभार्थियों को डिजिटल टीकाकरण प्रमाण पत्र दिया जाएगा । स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि इच्छुक लाभार्थियों के लिए स्वास्थ्य आईडी का भी निर्माण किया जाएगा । टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटनाओं की रिपोर्टिंग और ट्रेकिंग की भी व्यवस्था की गई है ।