भारी बारिश के कारण बाढ़ की मार झेल रहे हैं ग्रामीण, सैकड़ों झोपड़ी और पक्के घर डूबे

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव: बिहार के कई जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ आना नयी बात नहीं है. लोग सालों से बाढ़ की मार झेल रहे हैं. वहीं, इस साल भी लोग बाढ़ को झेलने के लिए मजबूर हैं. मानसून ने जब से बिहार में दस्तक दी है तब से सूबे के जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है. वहीं, भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है. इसके कारण सड़कों का कटाव भी शुरू हो गया है. कई लोग अपने आवास को छोड़ने के लिए मजबूर हो रहे हैं.

नदियों के कटाव के कारण दर्जनों घर, स्कूल और मस्जिद इस साल कटकर नदियों में समा चुके हैं. जिसके कारण लोग अपने ही घर को छोड़ने के लिए मजबूर हो गए हैं. इसी क्रम में खबर बायसी के मड़वा गांव से सामने आई है जहां,  महादलितों के आठ घर महानंदा नदी में समा चुका है. वहीं प्रशासन ने दावा किया है कि जल्द ही कटाव निरोधक काम शुरू किया जा रहा है. वहीं, गोपालगंज में भी काफी लोग बाढ़ की तबाही को झेल रहे हैं.

गरीब लोग झोपड़ी के छत पर रहने को मजबूर हो रहे हैं. मांझागढ़ प्रखंड के कई गांव में बाढ़ का पानी घर में घुसा हुआ है. वहीं, कई दूसरे के घरों के छत पर भी रहने को मजबूर हैं. वहीं रह कर वे अपना जैसे-तैसे गुजारा कर रहे हैं. हालांकि, हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया है. जिसके बाद अपने अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिए हैं. वहीं, सरकार ने किसानों को हो रही क्षति को लेकर भी आदेश दिया है कि, किसानों को कृषि कार्य में काफी नुकसान हुआ है, इसका ठीक से आकलन करें और फसल सहायता योजनाओं सहित अन्य योजनाओं का लाभ दिलवाएं.

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