ठेकेदार ने कहा- 17 अगस्त तक मजदूरों का बकाया कर देंगे भुगतान
ठेकेदार ने कहा- 17 अगस्त तक मजदूरों का बकाया कर देंगे भुगतान
सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: रामगढ़ शहर के रांची रोड स्थित इफको प्लांट में शनिवार रात मजदूरों, ठेकेदार और प्रबंधन के बीच वार्ता हुई। देररात 11:00 बजे तक चली इस वार्ता के बाद ठेकेदार कमलनयन प्रसाद सिंह ने मजदूरों के मानदेय, इपीएफ, पीएफ, बोनस, ईएसआई व अन्य सेवाओं के लिए रकम देने का वादा किया। कमलनयन ने कहा कि 17 अगस्त तक मजदूरों का बकाया भुगतान कर देंगे। अगर इस रकम का भुगतान तय सीमा के अंदर नहीं करते हैं, तो इफको प्रबंधन के पास आकांक्षा सिक्योरिटी कम्पनी की जमा अग्रिम राशि से मजदूरों की बकाया राशि का भुगतान किया जाएगा। इस कार्य के लिए इफको प्रबंधन स्वतंत्र रहेगा। प्रबंधन और आकांक्षा सिक्योरिटी सर्विस एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के मालिक की ओर से लिखित तौर पर मिले इस आश्वासन के बाद प्लांट में मजदूरों ने ठेकेदार को छोड़ दिया। ठेकेदार ने यह भी वादा किया कि जून, 2019 तक के सभी पेंडिंग बिल और एरियर बिल वह 30 जुलाई तक कंपनी में जमा कर देंगे। उल्लेखनीय है कि जिले में स्थित इफको प्लांट के मजदूरों ने शनिवार को मानदेय के लिए ठेकेदार कमल नारायण को बंधक बना लिया था। मजदूरों का कहना था कि ठेकेदार जबतक लिखित आश्वसन नहीं देंगे तबतक उन्हें जाने नहीं दिया जाएगा। दरअसल, आकांक्षा सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी इफिको में मजदूरों के सप्लाई का काम करती है। उन मजदूरों का भुगतान पिछले 3 महीनों से नहीं हो पाया है। इसके अलावा पिछले 8 महीनों से मजदूरों महीनों से मजदूरों के इपीएफ, पीएफ, बोनस, ईएसआई व अन्य सेवाओं के लिए राशि भी ठेकेदार कमल नारायण प्रसाद जमा नहीं की है। कंपनी का कॉन्ट्रैक्ट भी 31 जुलाई को इफको में समाप्त हो जाएगा। इसके बाद मजदूरों को उनकी मजदूरी कभी नहीं मिल पाएगी। मजदूर यूनियन के लोगों ने पटना निवासी कमल नारायण प्रसाद को बड़ी मुश्किल से शनिवार को रामगढ़ बुलाया, ताकि उनके बीच वार्ता हो सके। कमल नारायण प्रसाद जैसे ही प्लांट के पास पहुंचे, उनके कंपनी के अंडर में काम कर रहे 86 मजदूरों ने उनका घेराव कर दिया। मजदूर यूनियन के अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि पहले तो 30 जुलाई को ही भुगतान करने की बात कमल नारायण प्रसाद ने की लेकिन यह बात वह लिखित तौर पर देने को तैयार नहीं है। चंकि कमल नारायण प्रसाद कभी भी प्लांट नहीं आते हैं। इस वजह से मजदूरों को उनकी बात पर भरोसा भी नहीं है। मजदूरों का स्पष्ट कहना था कि इफको प्रबंधन के समक्ष ठेकेदार लिखित तौर पर यह आश्वासन दें कि 30 जुलाई तक उनके मानदेय का भुगतान वे कर कर देंगे। नहीं तो इफको कंपनी आकांक्षा सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड को होने वाले भुगतान से काटकर मजदूरों को उनकी मजदूरी दे देगी। जबतक इस मुद्दे पर कमल नारायण लिखित तौर पर एंग्रीमेंट नहीं करते हैं मजदूर उन्हें प्लांट से बाहर नहीं जाने देंगे।