सिटी पोस्ट लाइव, लखनऊ: उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन (यूपीएमआरसीएल) बिजली बचत करने के लिए लखनऊ के सभी एलिवेटेड मेट्रो स्टेशनों की छत पर सोलर पैनल लगवाएगा। यूपीएमआरसीएल के प्रबन्ध निदेशक कुमार केशव ने शुक्रवार को बताया कि लखनऊ मेट्रो के एलिवेटेड मेट्रो स्टेशनों की छत पर सोलर पैनल लगवाने की योजना बनाई गई है। ताकि एलिवेटेड मेट्रो स्टेशनों पर लिफ्ट, एलईटडी, सिग्नल लाइट और पंखे सोलर ऊर्जा से चल सकें। उन्होंने बताया कि यूपीएमआरसीएल बिजली बचाने की योजना पर काम कर रहा है। लॉकडाउन के पहले लखनऊ में मेट्रो ट्रेन के पहिए से 38 प्रतिशत बिजली पैदा की जा रही थी।
इसके अलावा ट्रांसपोर्टनगर और पॉलिटेक्निक स्थित बिजलीघरों से 10-10 किलोवॉट के सोलर पैनल बिजली पैदा कर रहे हैं। इसी तरह से गोमतीनगर स्थित मेट्रो के प्रशासनिक भवन में 12 किलोवॉट के सोलर पैनल से पूरे परिसर के एलईडी और पंखे चलते हैं। ट्रांसपोर्टनगर मेट्रो डिपों में प्रतिदिन करीब 20,000 रुपये की बिजली सोलर पैनल के जरिए पैदा की जा रही है। 43 एकड़ में फैला ट्रांसपोर्टनगर मेट्रो डिपो सोलर पैनल से जगमगाता रहता है। उन्होंने बताया कि लखनऊ में मेट्रो ट्रेन का संचालन अभी बन्द है। इसलिए बिजली का खर्च पहले की अपेक्षा कम है।
यूपीएमआरसीएल लखनऊ की तर्ज पर कानपुर में मेट्रो ट्रेन का संचालन करेगा। इसलिए वहां इससे पहले ही सोलर पैनल लगाया जाएगा। राजधानी में एलिवेटेड कॉरिडोर के तहत केडी सिंह बाबू स्टेडियम से मुंशीपुलिया तक 08 मेट्रो स्टेशन हैं। इन स्टेशनों पर सोलर पैनल लगने से बड़े पैमाने पर बिजली की बचत होगी। फिलहाल लखनऊ मेट्रो हर महीने करीब 06 लाख रुपये की बिजली जनरेट करता है।
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