आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत रांची में जनजातीय समाज के लोगों से मिले
सिटी पोस्ट लाइव, रांची : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत आज शनिवार को करीब सात घंटे तक राजधानी रांची में रहे। मोरहाबादी के हरिहर सिंह रोड स्थित आरएसएस के सह क्षेत्र संघचालक (झारखंड-बिहार) व सेल्स टैक्स के असिस्टेंट कमिश्नर पद से सेवानिवृत्त हुए देवब्रत पाहन के यहां जनजातीय समाज के संगठन चलाने वाले गणमान्य लोगों के साथ दोपहर ढाई से साढे तीन बजे तक एक घंटे बैठक की। बैठक में क्षेत्र में चल रहे कार्यों की समीक्षा की गई। इस दौरान उन्होंने कार्य की गति तेज करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही जनजातीय समाज के कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार-विमर्श हुआ। बैठक के बाद संगठन के कुछ महत्वपूर्ण लोगों के साथ मुलाकात की और शाम करीब 4.30 बजे सड़क मार्ग से गिरिडीह के लिए रवाना हो गये।
बैठक में आरएसएस प्रमुख भागवत के साथ क्षेत्र प्रचारक (झारखंड-बिहार) रामदत्त चक्रधर, क्षेत्र संघचालक (झारखंड-बिहार) सिद्धनाथ सिंह, सह क्षेत्र संघचालक देवब्रत पाहन, क्षेत्र संपर्क प्रमुख (झारखंड-बिहार) अनिल ठाकुर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (रांची) के कुलपति सत्यनारायण मुंडा आदि उपस्थित थे।
रामरेखाधाम के बाबा मिले संघ प्रमुख से, एक घंटे हुई बैठक
श्रीरामरेखाधाम विकास समिति कौशलपुर, सिमडेगा के अध्यक्ष सह प्रधान संचालक उमाकांत प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने आज दिन के 11 बजे रांची के मोरहाबादी में देवब्रत पाहन के आवास पर आरएसएस प्रमुख से मुलाकात की। दोनों के बीच बंद कमरे में एक घंटे तक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस दौरान वहां कोई भी मौजूद नहीं था।
देवब्रत पाहन के यहां थी ठहरने की थी व्यवस्था
इससे पहले आरएसएस प्रमुख भागवत आज सुबह 9.30 बजे राजधानी एक्सप्रेस से रांची पहुंचे। रेलवे स्टेशन से सीधे मोरहाबादी के हरिहर सिंह रोड आये। वहां आरएसएस के सह क्षेत्र संघचालक (झारखंड-बिहार) देवब्रत पाहन के यहां ठहरने की व्यवस्था थी।
क्षेत्रीय-प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक भागलपुर में, शामिल होंगे संघ प्रमुख
बिहार के भागलपुर में 20 नवंबर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की क्षेत्रीय-प्रांतीय कार्यकारिणी की तीन दिवसीय बैठक है। भागवत उसी में शामिल होंगे। आज दिनभर के व्यस्त कार्यक्रम के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत सह क्षेत्र संघचालक देवब्रत पाहन के यहां से आज शाम करीब 4.30 बजे देवघर के लिए निकले, लेकिन रात्रि विश्राम गिरिडीह में ही करेंगे। वहां से रविवार सुबह देवघर के लिए प्रस्थान करेंगे। अगले दिन 19 नवंबर को देवघर से भागलपुर जायेंगे।