सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड में गुमला जिला के घाघरा थाना अंतर्गत महदनिया टोली स्थित केला बागान में पिछले 23 -24 अगस्त की रात एक कृषि वैज्ञानिक लोकेश पोटा स्वामी सहित उसके एक सहयोगी की गला रेत कर हत्या के मामले में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक अभी तक फरार है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से दो पिस्टल , चाकू , मोटरसाइकिल, मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया गया है। गुमला के पुलिस अधीक्षक एहतेशाम वकारीब ने सोमवार की शाम अपने कार्यालय परिसर में पुलिस की शानदार सफलता की जानकारी दी और तीनों अपराधियों को स्थानीय मीडिया के सामने प्रस्तुत किया गया। उन्होंने बताया कि आनंद तिग्गा उर्फ आनंद उराव अपने तीन सहयोगियों के साथ इस घटना को अंजाम दिया था। मृतक करीब 10 वर्षों से घाघरा में आकर वैज्ञानिक तरीके तरीके से खेती कर यहां के किसानों को प्रेरित कर रहे थे।
बताया गया है कि आनंद उरांव ने अपने तीन सहयोगियों अर्पण उरांव उर्फ तेतरू उरांव उर्फ मैनेजर उरांव और आकाश उरांव तथा बसंत उरांव के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। बसंत उरांव अभी पुलिस की पकड़ से फरार है। एसपी ने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिव कुमार भगत के केला बागान में 23 अगस्त की रात अज्ञात हमलावरों ने कृषि वैज्ञानिक लोकेश पुट्टास्वामी (50) मैसूर (कर्नाटक) व मत्स्य पालन विशेषज्ञ मडिला देवदासु (51) श्रीरामपुरम कटिवरम श्रीकाकुलम( आंध्रप्रदेश) की गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड की गंभीरता को देखते हुए उनके निर्देश पर एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल का गठन किया गया।
इस टीम को पुख्ता सबूत मिला कि घटना की रात इस क्षेत्र का दुर्दांत अपराधी आनंद तिग्गा उर्फ आनंद उरांव अपने सहयोगियों अर्पण उरांव उर्फ मैनेजर उर्फ तेतरू उरांव व आकाश उरांव को मृतक कृषि वैज्ञानिक लोकेश पुट्टास्वामी के साथ देखा गया है। अनुसंधान के क्रम में 29 अगस्त की शाम आनंद, अर्पण और आकाश को सेन्हा (लोहरदगा ) से पीछा किया गया। फिर तीनों को घाघरा थाना क्षेत्र के नाथपुर जंगल से गिरफ्तार किया गया। इनके पास से दो देसी पिस्तौल,गोली,कांड में प्रयुक्त चाकू,मोबाईल फोन,कांड में प्रयुक्त पल्सर मोटर साईकिल बरामद किया गया।
तीनों आरोपितों ने इस दोहरे हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर लिया है। इनके स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर गला काटने में प्रयुक्त लोहे का दबिया, मृतक लोकेश की जली हुई मोटर साईकिल,अभियुक्तों का खून लगा हुआ कपड़ा भी बरामद कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि अभियुक्त आनंद तिग्गा ने लूटी गई राशि में से 10 हजार रुपये अपने बहनोई आकाश उरांव के बैंक खाते में डलवा दिया था। साथ ही घटना में आकाश उरांव के ही मोटर साईकिल का प्रयोग किया गया था। आकाश उरांव ने ही घटना की रेकी की थी।