सड़कों पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह बंद होने से प्रदूषण में काफी कमी

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सड़कों पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह बंद होने से प्रदूषण में काफी कमी
सिटी पोस्ट लाइव, खूंटी: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर केेंद्र सरकार द्वारा लागू किये गये लाॅक डाउन का प्रत्यक्ष लाभ भले ही लोगों को न दिख रहा हो, पर सड़कों पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह बंद होने से प्रदूषण में काफी कमी आयी है। साथ ही करोड़ों रुपये के डीजल-पेट्रोल की बचत हो रही है सो अलग। इतना ही नहीं दुर्घटनाओं पर भी कोरोना वायरस ने रोक लगा दी है। पिछले पांच-छह दिनों से पूरे जिले में मोटरसाइकिल, स्कूटर से लेकर सभी तरह के वाहनों के परिचालन पर प्रशासन ने पूरी तरह रोक लगा दी है। इसके कारण हर दिन वाहनों के कारण होनेवाले प्रदूषण से लोगों को काफी हद तक मुक्ति मिली है। आमतौर पर जिले हर दिन पांच से सात हजार छोटी-बड़ी गाड़ियों का परिचालन होता है। इससे ध्वनि प्रदूषण के साथ ही धूलकण और धुएं से पूरे इलाके के पर्यावरण पर गंभीर संकट पैदा होता रहता है। लाॅक डाउन के कारण लोगों को इससे मुक्ति मिल गयी है। अब सड़कों पर न वाहनों का शोर सुनाई देता है और न ही सड़कों पर धूल उड़ती नजर आती है।
गहरा रहा है गरीबों के निवाले पर संकट
कोविड19 को लेकर की गयी पूर्ण बंदी के कारण गरीबों के निवाले पर संकट गहराता जा रहा है। रोज कमाने-खाने वाले मजदूरों, ऑटो रिक्शा  चलाने वाले, फल-सब्जी के व्यवसायी, चिकन-मटन के दुकानदार सहित अन्य छोटे व्यवसायियों और अन्य लोगों पर भी लाॅक डाउन का असर दिखने लगा है। हिल चैक तोरपा में पान की गुमटी चलाने वाले हेमंत गुप्ता और फास्ट फूड का कारोबार कर परिवार की गाड़ी खींचने वाले भास्कर बंगाली कहते हैं कि कुछ दिनों तक तो चल जा रहा है, पर अभी लाॅक डाउन कब तक जारी रहेगा, यह कहा नहीं जा सकता। वैसी स्थिति में पेट कैसे चलेगा, इसकी चिंता सबों को खाये जा रही है।

 

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