रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास को सोने से पहले पढ़ना-लिखना पसन्द
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड में करीब एक दशक तक मंत्री और साढ़े चार साल से मुख्यमंत्री पद पर रहने के बावजूद सीएम रघुवर दास अब भी रात में सोने से पहले पढ़ना-लिखना नहीं भूलते है। ट्रेन का सफर हो या घर का विस्तार हो, सोने से पहले रघुवर दास अब भी सूबे के आम लोगों के विकास को लेकर गहन चिंतन-मनन करते है। मुख्यमंत्री रघुवर दास मंगलवार को देर रात देवघर से रांची के लिए ट्रेन से लौट रहे हैं। लेकिन सफर में भी ट्रेन में सोने से पहले रोज की तरह कुछ पढ़ना-लिखना नहीं भूले। रघुवर दास के करीबियों और परिजनों का कहना है कि सोने से पहले पढ़ना और लिखना उनकी आदत का हिस्सा है, इसी कारण सफर के दौरान ट्रेन में भी उनका यह अभ्यास बरकरार रहता है। रघुवर दास प्रारंभ से ही दिन भर सामाजिक कार्यां और यात्रा के दौरान थकने के बावजूद रात में सोने से पहले पढ़ना-लिखना पसंद करते है। उनके करीबियों का कहना है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद रघुवर दास प्रतिदिन अपने खाली समय में और रात में सोने के वक्त सूबे के विकास और अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों तक सरकारी योजनाओं का खाका बनाते रहते है। इसी सोच और समझ के कारण जब वे अधिकारियों के साथ बैठक करते है, तो वे योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए ठोस रणनीति पर बल देते है। देवघर में राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में हिस्सा लेने के लिए रांची से ट्रेन से जाने के दौरान भी मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आम आदमी की तरह ट्रेन में अपना विस्तार लगाया और बोगी में यात्रा कर रहे सहयात्रियों से बातचीत कर शासन-व्यवस्था और कार्य प्रगति के बारे में जानकारी हासिल की थी।