सुदर्शन भगत की जीत सुनिश्चित करने के लिए अपनी पूरी शक्ति लगा दें : मुख्यमंत्री
सिटी पोस्ट लाइव, गुमला: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि गुमला वीरों की धरती रही है। 1971 के भारत-पाक युद्ध हुआ तो गुमला के परमवीर अलबर्ट एक्का ने शहादत दी। जम्मू-कश्मीर के उड़ी में सैनिक कैम्प में आतंकी हमला हुआ तो गुमला के नयमन कुजूर ने शहादत दी। अब पुलवामा में आतंकी हमला हुआ तो गुमला के वीर सपूत विजय सोरेंग ने अपनी शहादत दी। दास गुरूवार को लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार केन्द्रीय मंत्री सुदर्शन भगत के नामांकन के बाद वहां एकत्रित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों ने सेना द्वारा किये गये कार्रवाई की सबूत मांग कर सैनिकों की शहादत को अपमानित करने का काम किया है। इस अपमान का बदला 29 अप्रैल को यहां के मतदाता लेंगे। दास ने राज्य में विकास के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में राष्ट्र विरोधी ताकते गरीब आदिवासियों को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। वे कहते हैं कि भाजपा सरकार उनकी जमीन लूट लेगी। वे बतायें कि किस आदिवासी की जमीन सरकार ने लूटी है। हमारी सरकार के रहते कोई माई का लाल आदिवासियों की जमीन नहीं छीन सकता। जमीन छीनने वाली पार्टी झामुमो और ईसाई मिशनरियां हैं। वहीं लोग इस भ्रम को फैला रहें हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासियों के विकास के लिए पहली बार वाजपेयी सरकार में आदिवासी मंत्रालय का गठन किया गया। संथाली भाषा को आठवीं अनुसूचि में शामिल किया गया। सरना समाज द्वारा पिछले कई वर्षों से सरना कोड की मांग कर रहें हैं। 2021 के जनगणना में धर्म में सरना कॉलम लगा कर सरना कोड की अनुशंसा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने सुदर्शन भगत को एक कर्मठ,ईमानदार व मृदुभाषी नेता बताते हुए कहा कि सभी कार्यकर्ता अपने को चौकीदार समझते हुए सुदर्शन भगत की जीत सुनिश्चित करने के लिए अपनी पूरी शक्ति लगा दे। यह चुनाव देश के लिए ऐतिहासिक है। एक ओर ऐसी पार्टियां चुनावी मैदान में है, जिनका हाथ देश द्रोहियों के साथ है। इसलिए वे राष्ट्रद्रोह का कानून समाप्त करने की बात कर रहें हैं।मौके पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री सह झारखंड के लोकसभा चुनाव प्रभारी मंगल पांडेय और सांसद समीर उरांव ने भी अपने विचार व्यक्त किये।