थानेदार ने दिखाया पावर, भाजपा नेता को दी धमकी और गाली

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थानेदार ने दिखाया पावर, भाजपा नेता को दी धमकी और गाली

सिटी पोस्ट लाइव, कोडरमा: कोडरमा के थाना प्रभारी ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए सोमवार को विधायक प्रतिनिधि सह पिछडी जाति मोर्चा के प्रदेश समिति सदस्य संतोष साव को मोबाइल पर भद्दी भद्दी गालिया और औकात बता देने की धमकी दी। थानेदार द्वारा मोबाईल पर दी गयी धमकी का आडिया वायरल हो गया है। आडियों में स्पष्ट रूप से थानेदार विधायक प्रतिनिधि को मां बहन करते और धमकी देते सुने गये। जिले की यह पहली घटना है जब कोई थानेदार भद्दी भद्दी गालियां देते सुना गया। इस संबंध में विधायक प्रतिनिधि संतोष साव ने पुलिस अधीक्षक को एक आवेदन देकर थाना प्रभारी के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है। आवेदन में विधायक प्रतिनिधि ने कहा है कि कोडरमा अंचल अन्तर्गत मौजा चेचाई में उसका और संजय तुरिया वगैरह की पुश्तैनी जमीन है। जिसपर थाना प्रभारी होली फैमिली हॉस्पीटल के पक्ष में कब्जा करवाना चाहते है। इसी उद्देश्य से थाना प्रभारी ने उनके मोबाईल पर फोन करके धमकी दी कि यदि तुम नहीं माना तो बर्बाद कर देंगे। मेरी अच्छाई देखी है कमीनागिरी नहीं और गंदी गंदी गालियां देने लगे। मना करने पर भी गालिया देते रहे। इसका आडियो क्लिप भी प्रमाण स्वरूप साव ने एसपी कोडरमा को दिया है और कहा है कि थानेदार पर कार्रवाई नहीं हुई तो पूरे ग्रामीणों के साथ एसपी कार्यालय के समक्ष धरना देंगे। इधर थाना प्रभारी रामनारायण ठाकुर से बात किए जाने पर उन्होंने धमकी और गाली देने से इंकार किया है।
विवादित जमीन व घाटी बना है अवैध वसूली का अड्डा
एक समय था जब पुलिस पब्लिक मीट का आयोजन जिले के विभिन्न हिस्सों में समय समय पर हुआ करता था और पुलिस के आला अधिकारी ग्रामीणों से अच्छे संबंध कायम करने की बात कहते थे, ताकि पुलिस और जनता के बीच अच्छे और बेहतर संबंध कायम हो सके और बेखौफ लोग अपनी समस्या रख सके। पर अब ऐसा नहीं हो रहा है। दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 या फिर विविध वाद पुलिस के लिए लाभदायक सिद्ध हो रहे है। इसमें अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा संबंधित थाना पुलिस से जांच रिर्पोट मांगी जाती है। वहीं कोडरमा घाटी पुलिस के लिए वसूली का अड्डा बन गया है। प्रतिदिन घाटी में होनेवाले सडक दुर्घटना का लाभ भी पुलिस को मिल रहा है। हर तरफ दलाल फैले हुए हैं जो पुलिस को अच्छी खासी कमाई देते है। ऐसे में सामाजिक और सुरक्षा का दायित्व पुलिस के लिए मायने नहीं रखता है।

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