झारखण्ड के लोगों को फिल्म उद्योग के जरिए रोजगार के नये अवसर मिलेंगे :अमित खरे
गोवा /रांची : केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण सचिव अमित खरे ने कहा कि आईएफएफआई ने राज्यों को इस साल से फोकस राज्य के रूप में जोड़ना शुरू कर दिया है, इसका मुख्य उद्देश्य छोटे और अविकसित राज्यों के लोगों को इसी दृष्टि में लाना है। पहली बार फिल्म महोत्सव में 24 नवंबर को झारखंड दिवस के रूप में महोत्सव मनाया जाएगा। साथ ही इसी दिन झारखण्ड की चयनित फिल्मों का भी प्रदर्शन भी किया जायेगा | खरे ने कहा कि आज 21 से 28 नवंबर तक गोवा में चल रहे 49वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के उदघाटन समारोह में कहा कि इससे उन्हें एक मौका और मंच प्रदान कराया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि आईएफएफआई द्वारा इस वर्ष झारखण्ड को फोकस राज्य के रूप में दिखाया जा रहा है। इससे लोग झारखंड की कला-संस्कृति के बारे में जान सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव में झारखंड के फिल्म पॉलिसी के बारे में लोगों को बताया जा रहा है जिससे फिल्मकार और फिल्म उद्योग से जुड़े लोग झारखंड की ओर आकर्षित होंगे। उन्होंने कहा कि इससे झारखंड़ी कलाकारों को भी रोजगार मिलेगा और झारखंड के पर्यटन स्थल भी प्रसिद्ध होंगे। इस तरह झारखण्ड के लोगों को फिल्म उद्योग के जरिए रोजगार के नये अवसर भी प्राप्त होंगे। अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में 68 से अधिक देशों के विभिन्न भाषाओं की 212 फिल्मों का प्रदर्शन किया जायेगा, जिसमें झारखण्ड में बनी 7 फिल्में एमएसडी द अनटोल्ड स्टोरी, डेथ इन द गंज, रांची डायरी, बेगम जान, मोर गांव मोर देश, पंचलेट, अजब सिंह की गजब कहानी भी अन्य फिल्मों के साथ प्रदर्शित की जायेंगी। फिल्म महोत्सव में 24 नवंबर को झारखंड दिवस के रूप में मनाया जाएगा। साथ ही इसी दिन झारखण्ड की चयनित फिल्मों का भी महोत्सव में प्रदर्शन भी किया जायेगा | इस अवसर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी निधि खरे, चैतन्य प्रसाद, निदेशक,डीएफएफ, सांथिल भी उपस्थित थे।