आयुष्मान भारत योजना में सूबे में पाकुड़ जिला टॉप पर
सिटी पोस्ट लाइव, पाकुड़: आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभुकों के निबंधन करने में एक बार फिर जिले ने सूबे के सभी जिलों को पीछे छोड़ दिया है। आंकड़ों के अनुसार इस योजना के तहत जिले के सभी प्रखंडों में कुल 3,28,204 लाभुकों को निबंधन कर उन्हें गोल्डन कार्ड निर्गत किया गया है। यह आंकड़ा जिले के कुल लक्ष्य का 42.66 फीसदी है, जो सूबे के अन्य सभी जिलों से अव्वल है। जानकारी के अनुसार सरकार से प्राप्त निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया। लगातार निगरानी व प्रज्ञा केंद्र संचालकों से संवाद स्थापित कर लाभुकों को योजना के तहत गोल्डन कार्ड निर्गत किया गया। इस दिशा में अब भी तेजी से काम चल रहा है। नियमित मानीटरिंग से बढ़ी रफ्तार- योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिले इसके लिए जिला प्रशासन ने अभियान के तहत जिले के सभी प्रखंडों में शिविर लगाकर गोल्डेन कार्ड निर्माण के लिए लोगों का निबंधन कराना शुरू किया है। शुरूआत में अपेक्षित प्रगति नहीं देखते हुए उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने प्रखंड, पंचायत और प्रज्ञा केंद्रों में प्रभारी पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किये जो प्रतिदिन गोल्डेन कार्ड निर्माण व निर्गत की मानीटरिंग कर जिला को प्रतिवेदित करती है। इस व्यवस्था के सुनिश्चित होने से गोल्डन कार्ड निर्माण व निर्गत में काफी प्रगति अंकित की गई है। जहां पहले पूरे जिले से एक हजार लाभुकों का निबंधन होता था। जानकारी के अनुसार सूबे की उप राजधानी व संथाल परगना प्रमंडल मुख्यालय दुमका 17 वें नंबर पर है। दुमका ने अपने लक्ष्य के अनुरूप मात्र 26.45 फीसद लाभुकों का निबंधन किया है। उसी तरह गोड्डा जिला 18 वें नंबर पर अपने लक्ष्य के अनुरूप मात्र 24.45 फीसद, साहिबगंज जिला 22 वें. नंबर पर अपने लक्ष्य के अनुरूप मात्र 20.99 फीसद, जामताड़ा 14 वें नंबर पर अपने लक्ष्य के अनुरूप मात्र 30.62 फीसद, देवघर 23 वें नंबर पर अपने लक्ष्य के अनुरूप मात्र 16.86 फीसद ही लाभुकों का निबंधन व गोल्डन कार्ड निर्गत किया है। उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने बताया कि सुनियोजित तरीके से कार्य किया गया जिसका नतीजा सामने है। इसके लिए पूरी टीम ने मेहनत की है। प्रशासन शत प्रतिशत लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए प्रयासरत है।