ठंड से फिलहाल राहत नहीं, लोगों का दिनचर्या अस्त-व्यस्त
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड में जनवरी के दूसरे सप्ताह में भी ठंड का सितम कम नहीं हुआ है। कडाके की सर्दी से फिलहाल राहत नहीं मिलने वाली है। सर्द हवा की रफ्तार से जनजीवन सिहर उठा है। दिन भर हवा चलने से दोपहर के बाद कनकनी बढ जा रही है। दिन में धूप भी ठंड को कम नहीं कर रही है। शाम ढलते ही ठिठुरन बढ जा रही है। सुबह का तापमान अभी भी सामान्य से नीचे है। इस कारण सुबह में ठंड का कहर जारी है। बुधवार का अधिकतम 22 और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री दर्ज किया गया। विभाग के अनुसार सर्द हवा के कारण दिनों में कनकनी बढी है। इससे अधिकतम तापमान के पारा सामान्य से नीचे दर्ज किया गया है। झारखंड में सर्द हवा का प्रभाव दो दिनों तक बने रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक बीके मंडल के अनुसार ठंड पूरे झारखंड को एक बार फिर सिहरायेगी। इससे रात फिर सर्द हो सकती है। कुहासा और कनकनी का प्रकोप बढ सकता है। लोग बिना काम के घर से निकलने में परहेज कर रहे हैं। ठंड का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कमरे के अंदर रजाई में बैठकर भी शरीर की कंपकंपी दूर नहीं होती। लोग ठंड से छुटकारा पाने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं, लेकिन ठंड है कि पीछा नहीं छोड़ रही। ठंड से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। झारखंड में पिछले 20 साल के दौरान जनजीवन को पहली बार दिसंबर माह में सर्वाधिक ठंड का सामना करना पड़ा है। ठंड के कारण मेदिनीनगर में चार बुजुर्गों की मौत हो चुकी है। लोहरदगा में चार डिग्री के बीच का तापमान रबी और सब्जियों को नुकसान पहुंचा रही हैं।