बेरोजगारों की समस्या चरम सीमा पर, औधोगिक विकास की कोई भी योजनाओं पर पहल नहीं
सिटी पोस्ट लाइव : राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ट नेता आज़ाद गाँधी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि प्रदेश में स्नातक बेरोजगारों की समस्या चरम सीमा पर है , देश में बेरोजगारी हर दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है , इस राज्य में पंद्रह वर्षों में रोजगार का अवसर नहीं मिला , कलकारखाने बंद पड़े है . इस प्रदेश में औधोगिक विकास की कोई भी योजनाओं पर पहल नहीं किया गया , बेरोजगार स्नातक बिहार से बाहर रोजगार पाने हेतु आने जाने का शील – शिला जारी रहा । वर्तमान में स्नातकों की यह हालात है कि ये लोग भुख से मरने के कगार पर है । देश के स्वाभिमानी स्नातक लाइन में लगकर अनाज या भोजन नहीं ले सकते है , अपनी मर्यादा का भी ख्याल रखना पड़ता है ।
स्नातक नेता व पटना स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के राजद प्रत्याशी आज़ाद गाँधी ने कहा कि NDA सरकार यह न समझे कि स्नातक बेजुवान है , अगर स्नातक साथी अपना जुवान खोलेंगे तो राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ा आंदोलन खड़ा हो जायेगा । श्री गाँधी ने भारत सरकार एवं राज्य सरकार से मांग की है कि देश के तमाम बेरोजगार स्नातकों को 10 , 000 ( दस हजार रुपया ) का नगद राशि उनके खातों में स्थानान्तरित दी जाए , ताकि स्नातकों के स्वभिमान की रक्षा हो सके , साथ ही साथ बेवसी एवं भुखमरी की जो स्थिति है इससे निजात मिल सके , अगर सरकार ने इस पर कदम नहीं बढ़ाया तो इसके खिलाफ पूरे देश भर में स्नातक बेरोजगारों का जन आंदोलन खड़ा कर दिया जायेगा ।