City Post Live
NEWS 24x7

लालू से मिले एनसीपी के महासचिव डीपी त्रिपाठी

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

लालू से मिले एनसीपी के महासचिव डीपी त्रिपाठी

सिटी पोस्ट लाइव, रांची : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से शनिवार को राष्टवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के महासचिव सह प्रवक्ता डीपी त्रिपाठी ने मुलाकात की। लगभग एक घंटे तक दोनों नेताओं में रिम्स के पेइंग वार्ड में बातचीत हुई। सूत्रों के अनुसार दोनों में राजनीतिक विषयों पर चर्चा हुई। रिम्स से बाहर निकलने के बाद त्रिपाठी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि लालू के खराब स्वास्थ्य को लेकर उनका हाल जानने आये थे। उन्होंने कहा कि लालू की स्वास्थ्य पहले से ठीक बतायी जा रही है। डीपी त्रिपाठी ने कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार का संदेश लेकर वह लालू से मिलने आये थे। उन्होंने कहा कि लालू यादव महागठबंधन का हिस्सा रहे हैं। अगामी चुनाव में एनसीपी भी महागठबंधन का हिस्सा बनेगी। साथ ही देश के अन्य राज्यों में भी पार्टी महागठबंधन में शामिल होगी। उन्होंने कहा कि लालू से पुराना रिश्ता रहा है। 1975 में वह जेएनयू के अध्यक्ष थे तो लालू पटना विश्वविद्यालय के अध्यक्ष थे। आपातकाल के वक्त भी हम दोनों साथ में ही जेल गये थे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कम उम्र में ही तेजस्वी यादव परिपक्व राजनीति कर रहे हैं। केवल देश ही नहीं पूरे दुनिया में युवा राजनीतिज्ञ हैं। इनके अलावा लालू से मिलने मसौढ़ी विधायक रेखा देवी ने भी मुलाकात की। रेखा देवी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि लालू की स्वास्थ्य को लेकर चिंता है। फिलहाल लालू की तबियत ठीक नहीं है। लालू के पैर में जख्म हो गया है, जिस वजह से लालू को चलने-फिरने में परेशानी हो रही है। उनका शुगर लेवल भी बढ़ा हुआ है। रेखा देवी ने लालू को बेहतर इलाज के लिए रांची से बाहर भेजने की सरकार से मांग की। मालूम हो कि चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू अभी रिम्स में इलाजरत हैं। जेल प्रशासन की ओर से शनिवार को तीन लोगों को उनसे मिलने की अनुमति दी जाती है। लालू के दाहिने घुटने के पीछे बड़ा सा घाव हो गया है, इससे पैर में काफी सूजन भी है। इस वजह से उनका चलना-फिरना मुश्किल हो गया है। डॉक्टरों के अनुसार लालू हृदय रोग के साथ 15 बीमारियों से जूझ रहे हैं। उनका इलाज कर रहे मेडिसीन विभाग के डॉ उमेश प्रसाद ने बताया कि इंफेक्शन रोकने के लिए उन्हें दो एंटीबायोटिक दवा देनी शुरू कर दी गई है। अन्य जरूरी दवाएं भी पहले से चल रही हैं। फिलहाल उन्हें निगरानी में रखा गया है।

-sponsored-

- Sponsored -

-sponsored-

Comments are closed.