मिथिला पेंटिंग को मिला गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड, मधुबनी जिला हुआ गौरवान्वित
सिटी पोस्ट लाइव : मधुबनी जिला वैसे तो मिथिला पेंटिंग कें क्षेत्र मे विश्व प्रसिद्ध है, लेकिन आज मिथिला पेंटिंग कें कलाकारो एवं मधुबनी जिला कें लिये गौरव की बात हुई की मिथिला पेंटिंग ‘गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड मे शामिल हुआ। नगर भवन मे आयोजित एक वृहद कार्यक्रम मे रवि व्योम शंकर झा(फाउनडर डायरेक्टर , योग साईंस एंड रिसर्च सेन्टर , एऑन रिसर्च कें डायरेक्टर अनिल झा एवं संजय सिँह कें अथक प्रयास से मिथिला पेंटिंग को बड़ा सम्मान मिला है। गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स कें कर्ताधर्ता मनीष विश्नोई ने ये सम्मान अपने हाथो से मिथिला पेंटिंग कें लिये मधुबनी को दिया है।
इस मौके पर बिहार सरकार के पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा, कृषि मंत्री प्रेम कुमार , राजनगर विधायक रामप्रीत पासवान, मधुबनी विधान पार्षद सुमन महासेठ, पद्मश्री गोदावरी दत्ता, सुप्रसिद्ध मैथिली गाईका मैथिली ठाकुर सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा की ये मिथिला के लिये बड़े ही गौरव की बात है। आज के दिन को इतिहास कें पन्ने मे सुनहरे अक्षरो मे लिखा जायेगा।
पद्मश्री गोदावरी दत्ता ने मिथिला पेंटिंग को इतने बड़े सम्मान मिलने पर काफी प्रसन्नता व्यक्त की और बोली आज उनकी जो अंतिम इच्छा थी पूरी हो गईं। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित करके किया गया। सभी आगत अतिथियों का स्वागत मिथिला की परम्परा कें अनुसार मिथिला पेंटिंग से बना हुआ चादर, पाग एवं माला से किया गया। इस कार्यक्रम मे मिथिला पेंटिंग कलाकारो का भी सम्मान किया गया।
गौरतलब है, की पुरे मधुबनी रेलवे स्टेशन को मिथिला पेंटिंग कलाकारो ने बड़े ही खूबसूरत अंदाज़ मे कई थीम पर मिथिला पेंटिंग से सजाया है। पुरे तन्मयता कें साथ पेंटिंग उकेरी है, जो काफी खूबसूरत है। उसी से प्रभावित होकर रवि व्योम शंकर झा, अनिल झा एवं संजय सिँह ने पहल करते हुये आज मधुबनी जिला को मिथिला पेंटिंग कें क्षेत्र मे एक अलग पहचान ‘गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स मे नाम दिलवाने मे महती भूमिका निभाई है।