सिटी पोस्ट लाइव, देवघर: झारखंड की सांस्कृतिक राजधानी देवघर देव की भूमि के नाम से विश्व विख्यात है । ऐसे तो यह नगरी बाबा बैद्यनाथ की कही जाती है, परंतु देवभूमि होने के कारण यहां सभी देवताओं का एक अलग स्थान है। भगवान जगन्नाथ जी की यहां पर अति प्राचीन एक मंदिर स्थापित है । जहां हर वर्ष बड़े ही हर्षोल्लास के साथ जगन्नाथ जी की यात्रा निकाली जाती थी। परंतु इस बार करोना महामारी को लेकर एवं सरकार के आदेशानुसार मंदिर को बंद रखा गया है।और रथ यात्रा नहीं निकालने का निर्णय लिया गया है। इस बीच मंदिर के पूजारी एवं जिला प्रशासन के बीच बातचीत में भगवान जगन्नथ की तस्वीर के साथ यात्रा निकालने की सहमति के बाद आज देवघर में समिति श्रद्धालुओं के साथ सामाजिक दूरी का पालन करते हुए देवघर में प्रतीकात्मक रथ यात्रा निकाली गई ।
भगवान जगन्नाथ मंदिर के पुजारी कल्याणी ने बताया कि रथ यात्रा नहीं निकालने की वजह से आज रथ यात्रा के विकल्प में भगवान की तस्वीर को लेकर यात्रा निकाली गयी है। इस मौके पर जिला प्रशासन ने पुलिस बल की तैनाती भी मंदिर क्षेत्र में कर दी है। जिला प्रशासन के आदेश का सम्मान करते हुए भक्तों ने समाजिक दूरी का पालन करते हुए विधि विधान से भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना की । पुजारी ने कहा कि भगवान हम सभी के साथ हैं और हमारे अंतरात्मा में बसते हैं। समाज के हित और कल्याण के लिए रथ यात्रा नहीं निकालने का निर्णय सही है । और लोगों को भी इसमें सहयोग करना चाहिए। गौरतलब हो कि देवघर उपायुक्त नैंसी सहाय ने एक दिन पूर्व ही जनता के नाम एक संदेश प्रसारित कर आग्रह किया था। कि रथयात्रा को सादगी पूर्वक समाजिक दूरी बनाते हुए मनाया जाना चाहिए। हालांकि राज्य सरकार द्वारा 30 जून तक सभी बड़े धार्मिक आयोजनों पर रोक लगाई गई है । लिहाजा बाबा मंदिर भी इससे अछूता नहीं है।