न्याय-मंच बिहार ने राज्य में महिलाओं के साथ बढ़ रहे दुष्कर्म की घटना की घोर निंदा की
सिटी पोस्ट लाइव : न्याय मंच बिहार ने राज्य में महिलाओं के साथ बढ़ रहे दुष्कर्म की घटना की निंदा करते हुए सरकार से सभी घटनाओं के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। साथ ही सरकार से सभी आरोपियों को स्पीडी ट्रायल चला कर तीन महीने के भीतर कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। मंच के संचालन समिति की सदस्या श्रीमती नीलिमा सिन्हा,संयोजक मनोज लाल दास मनु, मीडिया संयोजक पवन राठौर,नीरज सिंह, दीपक सिंह, अधिवक्ता एम.आर.मल्लिक, अधिवक्ता रवि प्रकाश ने संयुक्त रूप से कहा कि आज जिस तरह से लगातार मोहनियां, बक्सर, समस्तीपुर, सुपौल, मोतिहारी में महिलाओं के साथ दुष्कर्म और की घटना घटी है इससे आम लोगो खासकर महिलाओं में असुरक्षा की भावना आ गयी है।
दरभंगा एवं सुपौल में नाबालिग बच्ची के साथ घटी घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। आरोपी गिरफ्तार तो हो रहे हैं लेकिन उन्हें एक समय सीमा के भीतर सजा नही मिलने से तथा अदालती कार्रवाई में सालों लग जाने से सजा मिलने पर संशय हो जाता है। मंच ने हैदराबाद में इनकाउंटर के बाद तुरन्त मानवाधिकार टीम के पहुचने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ.प्रियंका एवं उन्नाव में दुष्कर्म के बाद लड़की को जला दिया गया जिस कारण, उन दोनों की मृत्यु हो गयी। लेकिन उस समय मानवाधिकार की टीम उन शवों कोदेखने तक नहीं गयी। लेकिन आरोपी के मरने के बाद तुरंत पहुंच जाने से आम लोगो को मानवाधिकार के प्रति आस्था कम हुई है ।
न्याय मंच का मानना है कि न्यायिक प्रक्रिया में देरी की वजह से जनता का कानून व्यवस्था से विश्वास उठ चुका है जिसका परिणाम स्वरूप जनाक्रोश पैदा हो जा रहा है इसलिये दुष्कर्म की घटनाओं पर प्रशासन और सरकार के तरफ से त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए ।साथ ही साथ शीघ्रातिशीघ्र कड़ी से कड़ी सजा मुकर्रर करने के लिए अदालत को भी आगे आना चाहिए जिससे आरोपियों को सबक तो मिलेगी ही और भविष्य में दुष्कर्म की घटनाओं पर विराम भी लग जायेगा ।
पीटीएन मीडिया ग्रुप के मैनेजिंग एडिटर मुकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट