पेट्रोल-डीजल पर अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी एवं राज्य सरकारों के द्वारा वैट लगाया जाना कहां तक जायज?

City Post Live - Desk

पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी एवं राज्य सरकारों के द्वारा वैट लगाया जाना कहां तक जायज

सिटी पोस्ट लाइव : कांग्रेस कमिटी के संगठन प्रभारी ब्रजेश कुमार पाण्डेय एवं कांग्रेस नेता ललन कुमार संयुक्त प्रेस बयान जारी कर केंद्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे विश्व में कच्चे तेल की कीमत मे भारी गिरावट आई है । जिसका फायदा प्रत्येक जगह की सरकार अपने जनता को दे रही है परंतु भारत में नरेंद्र मोदी की सरकार जो कहती है कि सबका विश्वास जैसे वाक्य बोलकर आम जनता के पॉकेटो पर पॉकेट मारी कर रही है । अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का मूल्य अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया जोकि माइनस- 37.63 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई वहीं भारतीय बास्केट में कच्चे तेल का मूल्य 12 साल के अपने सबसे निचले स्तर पर यानी 30 डॉलर प्रति बैरल से भी कम हो गया।

नेताद्वय ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की घटते दामों की वजह से तेल कंपनियों ने कच्चे तेल करीब 53 लाख टर्न क्रूड ऑयल की खरीद की है और 25300 करोड़ की बचत की है जो कि अच्छी बात है परंतु इस वैश्विक महामारी के समय जनता एक एक पैसे की बचत के लिए तरस रही है । परंतु केंद्र सरकार इस महामारी के आड़ में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत में कमी नहीं करके जनता के पॉकेट पर सेंधमारी कर रहे हैं । जोकि सरासर गलत है मोदी जी पहले से ही करीब 23.50रुपए प्रति लीटर कि दर से यूपीए सरकार की अपेक्षा ज्यादा एक्साइज ड्यूटी ले रही है ।

उसके बाद कच्चे तेल की कीमत में कमी का फायदा जनता को नहीं दे रही है अमेरिका में पेट्रोल पानी से भी सस्ता यानी 77 पैसे प्रति लीटर के हिसाब से मिल रहा है वहीं भारत में इसकी कीमत रू 75 प्रति लीटर के हिसाब से मिल रहा है जब यूपीए की सरकार थी तो यह लोग पेट्रोल एवं डीजल एवं गैस के बढ़े दामों का विरोध कर रहे थे। आज इन्हें क्या हो गया ना ही पेट्रोल के दाम कम कर रहे हैं नाही डीजल के और ना ही गैस के दाम कम कर रहे हैं ।

केंद्र सरकार के द्वारा इस वैश्विक महामारी में शराब के ठेके खोलकर बिक्री करवाना और उस पर करोना टैक्स लगाना तो समझ में आता है परंतु भुखमरी के कगार पर खड़ी जनता से पेट्रोल डीजल एवं गैस पर अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी एवं राज्य सरकारों के द्वारा वैट लगाया जाना कहां तक जायज है। नेताद्वय ने कहा कि केंद्र सरकार को कहा की अविलंब पेट्रोलियम पदार्थों एवं गैस के मूल्य में कमी लाए और जनता को कमें हुए दाम का फायदा दे

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