रांची: झारखंड राज्य के स्थापना दिवस समारोह 2016 में टी-शर्ट औऱ टॉफी वितरण के टेंडर एवं वितरण में हुई अनियमितता की उच्चस्तरीय जांच की अनुशंसा किया गया है। जानकारी के अनुसार विधानसभा की अनागत प्रश्न क्रियान्वयन समिति ने पाया है कि इसमें गड़बड़ी हुई है और मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मार्च में राज्य के पूर्व मंत्री और निर्दलीय विधायक सरयू राय ने मामले को उठाया था। सरयू राय ने आरोप लगाया था कि लुधियाना के कुडु फैब्रिक्स के स्थानीय एजेंट प्रकाश शर्मा के माध्यम से पांच करोड़ रूपये की टी- शर्ट की खऱीद लुधियाना के कुडु फैब्रिक्स से दिखाई गई है, लेकिन झारखंड सरकार के वाणिज्य-कर विभाग ने इसके लिए रोड परमिट नहीं दिया है। उसके बाद शीतकालीन सत्र में आदेश सर्कुलेट हुआ।
अब यह अनुशंसा सरकार को भेजी गई है। विधायक सरयू राय ने कहा कि समिति की अनुशंसा पर सरकार को फैसला लेना है कि वो किस एजेंसी से इसकी जांच कराएगी। समिति ने भाजपा के वरिष्ठ विधायक के नेतृत्व में मामले की जांच की है। रामचंद्र चंद्रवंशी समिति के सभापति हैं, जबकि भाजपा विधायक नीरा यादव, मनीष जायसवाल और झामुमो विधायक मथुरा महतो एवं समीर मोहंती इसके सदस्य हैं।
बताया जाता है कि समिति ने इस मामले में राज्य के कई जिलों का दौरा कर साक्ष्य जुटाया है। साथ ही बैठक कर अधिकारियों से भी जानकारी ली है। बताते चलें कि 2016 में राज्य स्थापना दिवस की सुबह प्रभात फेरी में शामिल होने वाले बच्चों को देने के लिए एक प्रिंटेड टी-शर्ट और टॉफी का एक पैकेट बिना निविदा निकाले मनोनयन के आधार पर खरीदा गया था।
टॉफी की खरीद सिदगोडा, जमशेदपुर के लल्ला इंटरप्राईजेज से और टी- शर्ट की खरीद कदमा, जमशेदपुर के प्रकाश शर्मा के माध्यम से कुडु फैब्रिक्स, लुधियाना से दिखाई गई थी। मामले की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि 2016-17 में लल्ला इंटरप्राईजेज ने न तो एक भी टॉफी खरीदी और न ही बेची, लेकिन सरकार से 35 लाख रूपये का चेक ले लिया। इतना ही नहीं इस पर वैट का करीब चार लाख रुपये का भुगतान भी कर दिया गया।