2021-22 में जीएसडीपी में 13.6 प्रतिशत की दर से वृद्धि की संभावना

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सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड का सकल राज्य घरेलू उत्पाद, जीएसडीपी में वर्ष 2021-22 में 13.6 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है, वहीं प्रति व्यक्ति आय भी 41,254 रुपये से बढ़कर वर्ष 2019-20 मेंस्थिर और प्रचलित मूल्य पर अनुमानतः क्रमशः 57,863 रुपये और 79673 रुपये रही। विधानसभा में पेश झारखंड आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2020-21 में बताया गया है कि वर्ष 2020-21 और 2022-22 में देश के बाकी हिस्सों की तरह कोविड-19 ने झारखंड की अर्थव्यवस्था को भी बुरी तरह से प्रभावित किया है। इस कारण चालू वित्तीय वर्ष मेंराज्य के जीएसडीपी, स्थिर मल्य में 6.9 प्रतिशत और प्रचलित मूल्य में 3.2 प्रतिशत तक संकुचन की संभावना है। इस प्रकार वर्ष 2021-21 में जीएसडडीपी के स्थिर मूल्य में 3.2 प्रतिशत तकसंकुलन की संभावना है। वहीं वर्ष 2020-21 में जीएसडीपी के स्थिर मूल्य पर 2,23,566करोड़ और प्रचलित मूल्य पर 2,44,805 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। अगले वित्तीय वर्ष में स्थिति बेहतर होने का अनुमान है। वर्ष 2020-21 की तुलना में वर्ष 2021-22 में राज्य केवास्तविक जीएसडीपी में 9.5 प्रतिशत की वृद्धि और अनुमानित जीएसडीपी में 13.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज होने की उम्मीद है।

आर्थिक सर्वेक्षण में बताया गया है कि राज्य के विकास दर में तृतीय क्षेत्र का प्रमुख योगदान रहा है। इसने वर्ष 2019-20 में राज्य की अर्थव्यवस्था के विकास में 62.5 प्रतिशत का योगदान किया। प्राथमिक और द्वितीयक क्षेत्रों का योगदान क्रमशः 9 और 29 प्रतिशत रहा। रिपोर्ट में बताया गया हैकि फरवरी 2015 में नयी मौद्रिक नीति रूपरेखा को अपनाने के बाद भारत और झारखंड में मुद्रास्फीति की दर कम हो गयी है। वही एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2005-06 से 2015-16 तक दस वर्ष की अवधि में झारखंड के लगभग 72लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर आये है। राज्य में बीपीएल परिवारों का प्रतिशत 75.7 प्रतिशत से घटकर 46.5 प्रतिशत हो गया है।

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