बिहार से बाहर फंसे छात्रों और मजदूरों को वापस बुलाए सरकार : मंजूबाला
सिटी पोस्ट लाइव : जब देश में संकट हो तो संकट के समय सरकार को कानून के अनुपालन कराने में भेदभाव नहीं रखनी चाहिए। इससे समाज ऑर देश में अव्यवस्था फैलती है और लोकतंत्र के लिए जनता के बीच खाई ऑर अविश्वास बड़ा घातक होता हैं। ऐसा ही उदाहरण बिहार सरकार का भेदभाव का है। बिहार से बाहर फंसे मजदूरों ऑर छात्रों को बिहार सरकार वापस नहीं बुला रहीं है ऑर भाजपा के विधायक को कोटा से अपने बच्चे को सरकारी गाड़ी से वापस बुलाने का पास निर्गत कर रही है।
बिहार के बच्चे ऑर मजदूर बिहार से बाहर बहुत बुरे स्थिति में हैं। खाने को लाले पड़े हैं। उनकी मानसिक प्रेशर का सामना करना पड़ रहा है। यहीं हाल उनके अभिभावकों ऑर पारिवारिक सदस्यों का हैं। परिवार के लोग उन बच्चों ऑर मजदूरों के बारे में सोच-सोच के परेशान हैं। लेकिन नितीश कुमार उन बच्चों ऑर मजदूरों के बारे में सुध ही नहीं ले रहें है। उनको अपने विधायकों ऑर सांसदों ऑर उनके बच्चे की चिंता है।
मैं मंजूबाला पाठक, बिहार प्रदेश महिला कांग्रेस पूर्व उपाध्यक्ष इस मुद्दे पर अपने बिहार प्रभारी श्री शक्ति सिंह गोहिल जी के चिंता पर बल देती हूं । बिहार सरकार को अपने छात्रों ऑर मजदूरों को वापस लानी चाहिए ऑर उनको जांच कर तब तक कोरोंटाइन करनी चाहिए जब तक उनका जांच में बीमारी से ग्रसित नहीं हो। इसी सत्ताधारी सरकार के भाजपा की यूपी सरकार 300 बसों से अपने छात्रों को कोटा से वापस लायी।
हम अपने राजस्थान के मुख्यमंत्री का बिहार की जनता के तरफ से आभार प्रकट करते है कि उन्होंने अपने बसों से बिहारी छात्रों को बिहार भेजने की बात की। ऑर तो ऑर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी अपने मजदूरों ऑर छात्रों को बाहर से वापस बुलवाने की घोषणा कर दी। राजनीति में समानता ऑर अपने लोगों का ख्याल रखनी चाहिए। नितीश कुमार आखिर अपनी जिद पे क्यों अडे है। उनकी समस्या क्या है? क्या बिहार के बाहर पढ़ने वाले बच्चे ऑर मजदूरों के प्रति उनकी जिम्मेदारी नहीं है क्या?
पिछले पंद्रह वर्षों से सत्ता में रहने के बावजूद शिक्षा ऑर रोजगार के लिए बच्चों ऑर मजदूरों का पलायन कहीं ना कहीं उनकी विफलता है। आदरणीय नितीश जी को इन सब की जिम्मेदारी लेकर अपने राजधर्म ऑर मानवता का परिचय देने का प्रयास करनी चाहिए। ऑर उनको बिहार से बाहर फंसे छात्रों ऑर मजदूरों को वापस बुलाने का अविलंब प्रयत्न करनी चाहिए वरना उन विधायकों ऑर सांसदों पर कार्यवाही करनी चाहिए जिन्होंने सत्ता के नशा में लॉकडाउन का खुला उलंघन किया।
मैं मंजूबाला पाठक बिहार प्रदेश महिला कांग्रेस पूर्व उपाध्यक्ष अपने बिहार प्रभारी के वक्तव्यों का पुरजोर समर्थन करती हूं ऑर बिहार सरकार से मांग करती हूं कि बिहारी छात्रों ऑर मजदूरों को बिहार वापस बुलाने का अविलंब प्रयत्न करें ऑर लॉकडाउन का उलंघन करनेवाले नेताओं पर कार्यवाही करें।