संसद में कानून लाकर जल्द भव्य राम मंदिर बनाने की स्वीकृति मिले : मिलिंद परांडे
सिटी पोस्ट लाइव, हजारीबाग : अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हिन्दुओं के स्वाभिमान का प्रतीक है। यह केवल अयोध्या में एक मंदिर निर्माण का नहीं, अपितु करीब 500 वर्ष पूर्व बाबर द्वारा मंदिर ध्वंस कर मस्जिद बनवाकर हिन्दुओं को अपमानित करने के प्रयास की समाप्ति है। करीब 100 सालों से अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण से संबंधित मामला न्यायालय में लंबित है। न्यायालय से अबतक न्याय नहीं मिल पाया है। ऐसे में हिन्दुओं को न्यायालय से जल्द न्याय की उम्मीद नहीं है। सरकार संसद में कानून लाकर जल्द भव्य राम मंदिर बनाने का मार्ग प्रशस्त करे। उक्त बातें विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कही। वे सोमवार को बड़ा अखाड़ा परिसर में आयोजित लोकसभा स्तरीय विराट हिन्दू जनसभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि न्यायालय में जन्म भूमि के नीचे मंदिर होने के सबूत मिल चुके हैं। उसके बाद भी मंदिर निर्माण का मार्ग अभी तक प्रशस्त नहीं हुआ है। उन्होंने संसद में कानून बनाकर या फिर सर्वोच्च न्यायालय में प्रति दिन सुनवाई करते हुए मामले में जल्द निर्णय की मांग भी की। उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज का संकल्प है कि अयोध्या में कहीं भी नहीं और बाबरी के नाम पर तो पूरे देश में कहीं भी मस्जिद का निर्माण नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राम जन्म भूमि मामले में अबतक जो भी हुआ है, वह हिन्दुओं के संगठित आंदोलन का परिणाम है। उन्होंने कहा कि संत समाज व विश्व हिन्दू परिषद पूरे देश में 500 संसदीय क्षेत्रों में जनसभा का आयोजन कर रहा है। 25 नवंबर को अयोध्या में और 9 दिसंबर को दिल्ली में विशाल जनसभा का आयोजन किया गया है। इसके माध्यम से संसद में कानून बनाकर अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए दबाव डालने की कोशिश है। उन्होंने यह भी कहा कि हिन्दू समाज का संकल्प अयोध्या के साथ-साथ भगवान कृष्ण की जन्म भूमि मथुरा एवं काशी विश्वनाथ में भी भव्य मंदिर बनाने का है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय मंत्री विरेन्द्र विमल ने कहा कि अभी तो संगठन ने जनसभा कर सांसदों पर संसद में कानून बनाने के लिए दबाव डालने का निर्णय लिया है। इसके बाद भी यदि हिन्दुओं की आस्था के अनुरूप मंदिर निर्माण की स्वीकृति नहीं मिलती है, तो संत समाज आगे और भी कठोर आंदोलन का निर्णय ले सकता है। उन्होंने कहा कि गीता जयंती 18 दिसंबर तक नए निर्णय लिए जा सकते हैं। विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री केशव राजू ने लोगों से आह्वान किया कि संगठित होकर इस आंदोलन को गांव-गांव तक ले जाए। बड़ा अखाड़ा के महंत विजया नंद दास ने कहा कि अयोध्या में नाम मंदिर का निर्माण करोड़ों हिन्दुओं की आस्था से जुड़ा है। सरकार को जल्द कानून बनाकर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए। प्रांतीय कार्याध्यक्ष योगेन्द्र नाथ सिन्हा ने कहा कि संगठन की मजबूती पर ही आंदोलन व्यापक होता है। उन्होंने संगठन को धारदार बनाने पर जोर दिया। प्रांत सह मंत्री विजय पांडे ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के संघर्ष में सैकड़ों लोग शहीद हुए हैं। कार्यक्रम में विहिप के प्रांत मंत्री विरेन्द्र साहू, बजरंग दल के प्रांत संयोजक दीपक ठाकुर, विभागाध्यक्ष सचिदानंद प्रसाद, क्षेत्र सेवा प्रमुख प्रमोद मिश्र आदि ने भी संबोधित किया।